पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह के समर्थन में उतरे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रनेता Prayagraj News
विनोद चंद्र दुबे ने कहा कि इविवि के कुलपति के दबाव में ऋचा सिंह पर फर्जी मुकदमा कराना निंदनीय है। यह आंदोलन को तोडऩे का प्रयास है लेकिन यह प्रयास सफल नहीं होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ कर्नलगंज थाने में ठेकेदार द्वारा केस दर्ज कराने के विरोध में इविवि पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी भी आगे आए हैं। उन्होंने कहा है कि कुलपति के दबाव में केस दर्ज कराया गया है। इसे शीघ्र वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन होगा।
कुलपति की बर्खास्तगी की मांग की
उधर क्रमिक अनशन के दूसरे दिन ऋचा के समर्थन में छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी भी अनशन स्थल पहुंचे। वहीं, संयुक्त संघर्ष समिति ने बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि सरकार कुलपति को शीघ्र बर्खास्त नहीं करती तो आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। इविवि के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू को बर्खास्त करने की मांग को लेकर पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह महिला छात्रावास के सामने अनशन पर बैठी हैं। इविवि छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष विनोदचंद्र दुबे, कृष्णमूर्ति यादव, केके राय, दिनेश यादव समर्थन देने पहुंचे।
कुलपति के दबाव में ऋचा सिंह पर दर्ज हुआ फर्जी मुकदमा
विनोद चंद्र दुबे ने कहा कि इविवि के कुलपति के दबाव में ऋचा सिंह पर फर्जी मुकदमा कराना निंदनीय है। यह आंदोलन को तोडऩे का प्रयास है लेकिन यह प्रयास सफल नहीं होगा। पूर्व अध्यक्ष कृष्णमूर्ति यादव ने कहा कि यदि कुलपति को शीघ्र बर्खास्त नहीं किया जाता तो सड़क से संसद तक आंदोलन करेंगे। पूर्व अध्यक्ष केके राय ने कहा कि जिस प्रकार जिला प्रशासन द्वारा पूर्व अध्यक्ष ऋचा के आरोपों को नजरअंदाज कर उनके खिलाफ ही मुकदमा पंजीकृत किया गया है। यह शासन-प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है। इस दौरान समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता, आशीष तिवारी, अविनाश विद्यार्थी, आदिल हमजा, चौधरी संदीप यादव, अजय सम्राट, सौरभ बंटी, आनंद सेंगर, आलोक त्रिपाठी, प्रियंका सिंह, श्रुति, मोनिका, आद्या, स्तुति, आकांक्षा आदि उपस्थित रहे।