पूर्व विधायक अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल से भेजा गया बरेली जेल Prayagraj News
पूर्व विधायक अशरफ को शनिवार को नैनी सेंट्रल जेल से बरेली जेल के लिए रवाना किया गया। तीन जुलाई को पुलिस ने कौशांबी के हटवा से अशरफ को गिरफ्तार किया था।
प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व विधायक अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल से बरेली जेल भेज दिया गया है। शासन के निर्देश पर उसे स्थानांतरित किया गया। अशरफ बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का छोटा भाई है। जेल प्रशासन को शुक्रवार शाम को ही शासन का निर्देश मिला था। जिसके बाद से उसे बरेली जेल स्थानांतरित करने की कार्रवाई जेल प्रशासन ने शुरू कर दी थी। भारी पुलिस बल की सुरक्षा में अशरफ को बरेली जेल के लिए रवाना किया गया। गौरतलब है कि गुरुवार को ही पुलिस ने अशरफ को कोर्ट के आदेश पर कस्टडी रिमांड पर पूछताछ के लिए लिया गया था। रिमांड पर पूछताछ के बाद पुलिस ने अशरफ की निशानदेही पर पिस्टल बरामद करने के बाद शुक्रवार सुबह नैनी जेल भेज दिया था।
आज सुबह बरेली जेल के लिए रवाना किया गया
पूर्व विधायक अशरफ को शनिवार की सुबह ही नैनी सेंट्रल जेल से बरेली जेल के लिए रवाना किया गया। तीन जुलाई को पुलिस ने कौशांबी के हटवा से अशरफ को गिरफ्तार किया था। तीन साल से फरार चल रहे अशरफ पर 33 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। उस पर एक लाख का इनाम घोषित था। अशरफ पांच मुकदमों में वांटेड था।
गुरुवार को पुलिस ने 24 घंटे के लिए रिमांड पर लिया था। वहीं शुक्रवार को पुलिस ने पूर्व विधायक अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल किया था।
अशरफ की लाइसेंसी पिस्टल अबू तालिब के घर से बरामद हुई थी
पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की निशानदेही पर आखिरकार पुलिस ने पिस्टल बरामद की थी। शुक्रवार को भोर में पुलिस अशरफ को लेकर धूमनगंज थाना क्षेत्र के मरियाडीह गांव पहुंची थी। वहां मो. तालिब उर्फ एसपी सिटी के घर पर पिस्टल मिल गई। पुलिस ने पिस्टल को अपने कब्जे में ले लिया और पूछताछ करने के बाद अशरफ को वापस नैनी जेल भेज दिया था।
एसटीएफ के अधिकारियों ने अशरफ से लंबी पूछताछ की
हालांकि इससे पहले गुरुवार को भी रात भर पुलिस अधिकारी अशरफ से पूछताछ करते रहे। पुलिस का दावा है कि गैंग के सदस्यों के बारे में कुछ जानकारी मिली है, जिसके आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही संपत्ति, शरणदाता, मददगार जैसे अन्य लोगों के बारे में भी पुलिस को पता चला है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के अधिकारियों ने भी अशरफ से करीब आठ घंटे तक पूछताछ करते हुए अपने स्तर पर कई जानकारी हासिल की।
तीन साल की फरारी के बाद अशरफ पकड़ में आया था
खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के चकिया निवासी अशरफ पिछले तीन साल से फरार था। उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। उसकी पिस्टल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया था, लेकिन उसे थाने में जमा नहीं किया गया था। इस पर उसके खिलाफ धूमनगंज थाने में मुकदमा लिखा गया था। कुछ दिन पहले पुलिस ने अशरफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पिस्टल की बरामदगी व पूछताछ के लिए उसे गुरुवार सुबह पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया था।
पिस्टल छिपाने वाला तालिब भी गिरफ्तार
अशरफ के करीबी मो. तालिब उर्फ एसपी सिटी ने तीन साल तक पिस्टल छिपाए रखी थी। उसके घर से बरामदगी होने के बाद धूमनगंज पुलिस ने तालिब के विरुद्ध आम्र्स एक्ट का मुकदमा कायम किया और फिर उसे भी गिरफ्तार कर लिया था। सीओ सिविल लाइंस वृजनारायण सिंह के अनुसार तालिब के खिलाफ गुंडा एक्ट समेत 16 मुकदमे दर्ज हैं। वह अतीक व अशरफ का बेहद करीबी है।