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प्रयागराज के इस शातिर बदमाश के गुर्गों को तीन थानों की पुलिस ढूंढ रही है, नहीं लगा सुराग

प्रयागराज की पुलिस के लिए शातिर बदमाश बच्चा पासी के गुर्गें सिरदर्द बन गए हैं। उन्‍हें पकड़ने के लिए पुलिस जतन तो बहुत कर रही है लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 03:22 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 03:22 PM (IST)
प्रयागराज के इस शातिर बदमाश के गुर्गों को तीन थानों की पुलिस ढूंढ रही है, नहीं लगा सुराग
प्रयागराज के इस शातिर बदमाश के गुर्गों को तीन थानों की पुलिस ढूंढ रही है, नहीं लगा सुराग

प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व सांसद अतीक अहमद, पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के गुर्गों के खिलाफ तो प्रयागराज पुलिस की कार्रवाई तेज चल रही है। वहीं एक शातिर बदमाश बच्चा पासी के गुर्गे पुलिस के लिए सिरदर्द बने हैं। अभी तक उसका कोई भी गुर्गा पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। आश्चर्य की बात यह है कि इसमें तीन थाने की पुलिस लगी है। हालांकि बच्चा पासी के गुर्गे लगातार पुलिस को चकमा दे रहे हैं। गिरफ्तारी तो दूर पुलिस उनकी सुरागरसी तक नहीं लगा पा रही है।

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ठेकेदार और चाय विक्रेता से मांगी थी रंगदारी

खुल्दाबाद के करबला निवासी संतोष कुमार पांडेय ठेकेदार हैं। सप्ताह भर पहले कई बदमाश करबला स्थित उनके ऑफिस पर पहुंचे। 50 हजार की रंगदारी मांगी। कहा कि वे शातिर बदमाश बच्चा पासी के आदमी हैं। रुपये न देने पर जान से जाओगे। संतोष पांडेय ने करबला के रहने वाले चमन और गढ़वा के रहने वाले बदमाश मुंडी के भांजे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी तरह कोतवाली थानांतर्गत लकड़मंडी रामबाग निवासी अवधेश कुमार गुप्ता चाय विक्रेता है। उसने कोतवाली में रामबाग निवासी आदर्श कुमार उर्फ अंशू पासी, उसके भाई अतुल कुमार उर्फ नान्हू पासी समेत आठ के खिलाफ हफ्ता वसूली का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मारपीट कर लूट ले गए थे रुपये

अंशू पासी और नान्हू पासी पर आरोप है कि दोनों खुद को बच्चा पासी का मौसेरा भाई बताते हैं और बच्चा पासी के लिए वसूली की बात कहते हैं। दस हजार रुपये बच्चा पासी के नाम पर मांगा था और इन्कार करने पर अवधेश की पिटाई करते हुए गल्ले में रखे दस हजार रुपये लूट ले गए थे।

खुल्दाबाद, कोतवाली और धूमनगंज पुलिस को मिली सिर्फ असफलता

बच्चा पासी के नामजद गुर्गो को पकड़ने के लिए खुल्दाबाद, कोतवाली और धूमनगंज पुलिस लगी है। हर तरफ जगह-जगह दबिश दी जा रही है, लेकिन असफलता पुलिस का पीछा नहीं छोड़ रही है। गुर्गों के कई करीबियों को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया लेकिन इनसे भी कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी।


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