प्रदेश का पहला ग्रीन शव दाह गृह बनेगा प्रयागराज के रसूलाबाद में, सौर ऊर्जा से होगा अंतिम संस्कार
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्लेटफार्मों की संख्या सात से बढ़ाकर 10 की जानी है। एक इलेक्ट्रिक और एक ग्रीन शवदाह गृह का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा पार्किंग की व्यवस्था सुंदरीकरण का काम संपर्क मार्ग और शौचालय के मॉडिफिकेशन के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के रसूलाबाद शवदाह गृह को संवारने की तैयारी है। क्षमता वृद्धि के साथ इलेक्ट्रिक और ग्रीन शवदाह गृह का भी निर्माण कराने की योजना है। ग्रीन शवदाह गृह सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इससे शव के अंतिम संस्कार का खर्च भी कम आएगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा।
पार्किंग की व्यवस्था होगी, सुंदरीकरण भी कराया जाएगा
रसूलाबाद शवदाह गृह पर सात प्लेटफार्म बने हैं। ऐसे में वहां एक वक्त में सात शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है। अभी लकड़ी से ही शवों को जलाने की व्यवस्था है। लकड़ी काफी महंगी होने के कारण शवों के अंतिम संस्कार का खर्च ज्यादा आता है। लेकिन, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्लेटफार्मों की संख्या सात से बढ़ाकर 10 की जानी है। एक इलेक्ट्रिक और एक ग्रीन शवदाह गृह का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा पार्किंग की व्यवस्था, सुंदरीकरण का काम, संपर्क मार्ग और शौचालय के मॉडिफिकेशन के लिए डिटेल्स प्रोजेक्ट (डीपीआर) रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जो अंतिम चरण में है।
आठ करोड़ रुपये होगा खर्च
डीपीआर तैयार होने के बाद उसे स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। स्वीकृति के बाद एजेंसी चयन के लिए टेंडर निकाला जाएगा। इन प्रस्तावित कामों के लिए करीब आठ करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
सूबे में होगा पहला ग्रीन शवदाह गृह
सूबे का यह पहला ग्रीन शवदाहगृह होगा। इस बारे में अधिकारी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता पा रहे हैं। लेकिन, माना जा रहा कि ऐसी व्यवस्था प्रदेश के किसी अन्य शहर में नहीं है।
पार्क को शामिल करने के लिए होगी बात
महादेवी वर्मा पार्क को भी इसमें शामिल करने के लिए समिति से अधिकारी बात करेंगे। अगर वह राजी हो गई तो वहां भी कुछ काम कराया जाएगा। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से पार्क के संचालन की जिम्मेदारी एक समिति को दी गई है।
डीपीआर तैयार हो रहा है। फाइनल होने पर उसकी स्वीकृति ली जाएगी। टेंडर के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा। ग्रीन शवदाहगृह के निर्माण से पर्यावरण प्रदूषण कम होगा।
आशीष त्रिवेदी, अधिशासी अभियंता नगर निगम