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प्रयागराज के फुटबाल प्रशिक्षक इंद्रनील बोले-महिलाओं के लिए खेल में काफी कुछ करने का है अवसर

इंद्रनील कहते हैं कि अब भी खेलों में महिलाओं के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। यदि खेल में महिलाओं को रुचि हो तो वे शुरुवाती दौर में राज्य से राष्ट्रीय स्तर पर खेलती तो है लेकिन कई कारणों से अपने लंबी उड़ान नहीं भर पाती हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 07:49 AM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 07:49 AM (IST)
प्रयागराज के फुटबाल प्रशिक्षक इंद्रनील बोले-महिलाओं के लिए खेल में काफी कुछ करने का है अवसर
प्रयागराज के खेल प्रशिक्षक खेलों में महिलाओं के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है।

प्रयागराज, जेएनएन। खेलों में महिलाओं को पुरुषों की बराबरी पर लाने के लिए भारत को अब भी काफी कुछ करने की जरूरत है। अभी कम से कम 12 सुपरस्टार महिला खिलाडिय़ों का नाम गिनाए जा सकते हैं। इनमें पीटी उषा, कर्णम मल्लेश्वरी, साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, मेरी कॉम, दीपा कर्मकार, सानिया मिर्जा, दीपिका कुमारी, अपर्णा पोपट, गीता फोगट, बबिता फोगट और साक्षी मलिक प्रमुख हैं। करीब 10 साल पहले ऐसा नहीं था। यह कहना है नार्दर्न फुटबाल अकादमी के प्रमुख खेल प्रशिक्षक इंद्रनील घोष का।

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इंद्रनील कहते हैं कि हमने खेलों में महिला सशक्तिकरण के मामले में काफी लंबा सफर तय किया है लेकिन अब भी खेलों में महिलाओं के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। यदि खेल में महिलाओं को रुचि हो तो वे शुरुवाती दौर में राज्य से राष्ट्रीय स्तर पर खेलती तो है लेकिन कई कारणों से अपने लंबी उड़ान नहीं भर पाती हैं।
खेल प्रशिक्षक कहते हैं कि एक ओलिंपियन बनने के लिए महिला खिलाड़ी को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इनमें प्रमुख रूप से माता पिता एवं घर के अन्य सदस्यों का खेल के छेत्र में पूर्ण समर्थन मिले।

पढाई एवं खेल बराबरी से एक साथ आगे लेकर चलना चाहिए

इंद्रनील कहते हैं कि खिलाड़ी के प्रशिक्षक व माता पिता के बीच तालमेल भी जरूरी है। पढाई एवं खेल दोनों को बराबरी से एक साथ आगे लेकर चलना चाहिए। उभरते हुए खिलाडिय़ों को सही समय पर सही राय, ट्रेनिंग एवं प्रोत्साहन देना जरूरी है। महिलाओ को स्पोट्र्स कोटा के तहत सरकारी नौकरी मिले इसके लिए सरकारी तौर पर कुछ कदम उठाएं। महिला खिलाडिय़ों को पुरुष खिलाडिय़ों की तरफ बराबरी से देखना एवं सुविधाएं प्राप्त कराना चाहिए। स्कूल में बालिकाओं के लिए अलग अलग खेलो में प्रतियोगिता कराई जानी चाहिए। उभरते हुए खिलाड़ी को अच्छी ट्रेनिंग एवं सही मार्गदर्शन देना जरूरी है।

प्रयागराज में महिला फुटबॉलर तैयार कर रहे इंद्रनील
प्रयागराज में फुटबॉल के छेत्र में महिलाओं को आगे आने एवं अपनी प्रतिभा निखारने में इंद्रनील घोष योगदान दे रहे हैं। इलहाबाद विश्विद्यालय की सर्वप्रथम महिला फुटबॉल टीम के प्रशिक्षक इंद्रनील घोष रहे। उन्हीं के निर्देशन में खिलाडिय़ों ने प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। हिमाचल प्रदेश की टीम बनाने में भी सहयोग कर चुके हैं। अभी आर्मी पब्लिक स्कूल की बालिकाओं की फुटबॉल टीम तैयार करने में भी लगे हैं।


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