मेन्यू के अनुसार स्वच्छाग्रहियों को नहीं मिल रहा भोजन
एडीपीआरओ आशुतोष खुराना दावा करते हैं कि व्यवस्था बिल्कुल सही है। मेन्यू के मुताबिक खाना दिया जा रहा है। स्वच्छाग्रहियों के बीमार होने के सवाल पर कहते हैं कि रात में जगने और बाहरी खानपान के कारण उनकी तबीयत बिगड़ी थी।
प्रयागराज: कुंभ मेले में काम करने वाले स्वच्छाग्रहियों को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिल रहा है। ज्यादातर उन्हें दाल, चावल, रोटी और सब्जी खाने में दी जाती है। सब्जी में आलू बिना छीले इस्तेमाल की जाती है। खाने की गुणवत्ता ठीक न होने से मंगलवार को तीन सेक्टरों के 27 स्वच्छाग्रही बीमार हो गए थे।
कुंभ मेले में श्रद्धालुओं, साधु-संतों, पर्यटकों आदि को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने के लिए 1500 स्वच्छाग्रहियों की तैनाती की गई है। इसमें से 1300 स्वच्छाग्रही प्रयागराज और 200 दूसरे जनपदों के हैं। इन स्वच्छाग्रहियों और सर्किल कोआर्डिनेटरों को खानपान की व्यवस्था के लिए पंचायतीराज निदेशालय स्तर से लखनऊ की एक एजेंसी मेसर्स बुद्धा रिसोटर्स प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया था। एजेंसी को इन्हें मेन्यू के मुताबिक भोजन मुहैया कराना था, लेकिन कई सर्किल कोआर्डिनेटरों (नाम न छापने की शर्त पर) का आरोप है कि उन्हें मेन्यू के बारे में कभी जानकारी नहीं दी गई। ज्यादातर खाने में दाल, चावल, रोटी और सब्जी दी जाती है। वह भी सब्जी में आलू बगैर छीली इस्तेमाल की जाती थी।
इसकी शिकायत पूर्व सीडीओ सैमुअल पॉल एन से की गई थी। उनकी फटकार पर दो-चार दिनों तक व्यवस्था सही रही, लेकिन फिर एजेंसी मनमाने तरीके से खाना देने लगी। बचा खाना भी मिलाकर परोस दिया जाता है। एडीपीआरओ आशुतोष खुराना दावा करते हैं कि व्यवस्था बिल्कुल सही है। मेन्यू के मुताबिक खाना दिया जा रहा है। स्वच्छाग्रहियों के बीमार होने के सवाल पर कहते हैं कि रात में जगने और बाहरी खानपान के कारण उनकी तबीयत बिगड़ी थी।