Lockdown में फंसी प्रयागराज की मुस्लिम बेटी को इंदौर में संघ पहुंचा रहा भोजन Prayagraj News
इंदौर के छत्रसाल नगर के नगर कार्यवाह गिरीश शर्मा ने बताया कि शीबा तथा उनके माता-पिता से बात होने के बाद स्वयं सेवक जोगिंदर सिंह घर में बना खाना पहुंचाने लगे।
प्रयागराज,जेएनएन। लॉकडाउन में घर से करीब आठ सौ किमी दूर मध्य प्रदेश के कोरोना संक्रमित शहर इंदौर में बेटी अकेले, यह सोचकर प्रयागराज के प्रीतमनगर में रहने वाले चिकित्सक दंपती के दिन का चैन और रात की नींद उड़ गई थी। बेटी की मां डॉ. सलमा सिद्दीकी ने वहां रहने वाले 'अपनोंÓ से संपर्क साधा लेकिन सब जवाब दे गए। तभी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं को पता चला तो भोजन का पैकेट देने का आग्रह किया। डॉ. सलमा सिद्दीकी ने यह कहते इन्कार किया कि खाना हाईजीनिक हो सकता है। जब घर में बने भोजन की बात कही तो दोनों मान गईं। चिकित्सक दंपती संघ की सेवा से निहाल है।
लॉकडाउन में कमरे पर नहीं आ रही थी टिफिन
लॉकडाउन में जरूरतमंदों की सेवा में जुटे आरएसएस ने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में बड़ी लकीर खींच दी है। दरअसल, शीबा सिद्दीकी इंदौर में किराए के कमरे में रहती हैैं। दिन का भोजन कॉलेज की मेस तो शाम को कमरे में टिफिन आता था जो लॉकडाउन में बंद हो गया।
परेशानी का पता चलने पर संघ पदाधिकारी पहुंचाने लगे भोजन
यह सुनकर माता-पिता ने एनजीओ से इंदौर में कई लोगों से संपर्क साधा लेकिन मदद नहीं मिली। 28 मार्च को प्रयागराज आने के लिए डीएम से अनुमति मिली लेकिन डीएम के बदलने से अनुमति रद हो गई। तभी शीबा की परेशानी संघ के पदाधिकारियों को पता चली तो स्वयं सेवक पहुंचे थे। इंदौर के छत्रसाल नगर के नगर कार्यवाह गिरीश शर्मा ने बताया कि शीबा तथा उनके माता-पिता से बात होने के बाद स्वयं सेवक जोगिंदर सिंह घर में बना खाना पहुंचाने लगे। संघ के प्रयागराज के विभाग प्रचारक प्रयाग कृष्णचंद्र ने बताया कि उनकी भी बात चिकित्सक दंपती से हुई है। उन्हें पूरी मदद का आश्वासन दिया है।