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कोरोना वायरस को हराने में पांच प्राणायाम हैं कारगर, योगासन से पहले जरूर करें हल्का व्यायाम

हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा लें। फेफड़ों को स्वस्थ रखने व रक्तसंचार को दुरुस्त रखने में सफल हो जाएं तो किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होगी और कोरोना महामारी से आसानी से जीत जाएंगे। ऐसे में जरूरत है कि इन योग पर अमल की।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 26 Apr 2021 11:56 AM (IST)Updated: Mon, 26 Apr 2021 11:56 AM (IST)
कोरोना वायरस को हराने में पांच प्राणायाम हैं कारगर, योगासन से पहले जरूर करें हल्का व्यायाम
दिनचर्या को नियमित करते हुए पांच प्राणायाम अभी अनिवार्य रूप से करने चाहिए।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में खुद को स्वस्थ रखना सभी के लिए बड़ी चुनौती है। यह कठिन नहीं है बस थोड़ा सा ध्यान देने और समय खर्च करने की जरूरत है। यदि हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा लें। फेफड़ों को स्वस्थ रखने व रक्तसंचार को दुरुस्त रखने में सफल हो जाएं तो किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होगी और कोरोना महामारी से आसानी से जीत जाएंगे। ऐसे में जरूरत है कि इन योग पर अमल की।

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योग प्रशिक्षक की निगरानी व सलाह से ही आसन करना बेहतर होगा

यह सलाह है राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के योग विषय के शैक्षणिक परामर्शदाता अमित कुमार सिंह का। उनके अनुसार दिनचर्या को नियमित करते हुए पांच प्राणायाम अभी अनिवार्य रूप से करने चाहिए। वह यह भी कहते हैं कि योग से पूर्व सूक्ष्म व्यायाम जरूरी है जिससे शरीर के सभी जोड़ सक्रिय हो जाएं। रक्तसंचार भी ठीक रहे। कुछ देर ओमकार के उ'चारण के साथ ध्यान भी लगाना चाहिए। ऐसा करने से हम खुद के करीब जाते हैं और अपने शरीर की तमाम जरूरतों को आसानी से समझ लेंगे। इससे मांसपेशियां और मस्तिष्क भी स्वस्थ होगा।

 

गला खोलने के लिए करें उज्जायी प्राणायाम 

इन दिनों लोगों को गले में तकलीफ हो रही हैं। इसे ठीक करने के लिए उज्जायी प्राणायाम करना चाहिए। इससे थायरायड, कफ, साइनस, एलर्जी, गले में किसी भी तरह का संक्रमण, टांसिल, खर्राटों की समस्या, हकलाना आदि ठीक हो जाता है। फेफड़ों को सक्रिय रखने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम लाभकारी है। कई लोगों को बुखार की भी समस्या हो रही है। ऐसे में शीतली प्राणायाम व चंद्रमंदी प्राणायाम करने से लाभ मिलेगा। शरीर का ताप खुद ब खुद कम हो जाता है। नाड़ी शोधन व भ्रामरी प्राणायाम डर को खत्म करता है। इससे शरीर के सभी तरह के विकार समाप्त होते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है कि नाड़ी शुद्ध हो। इससे कफ की समस्या भी समाप्त होगी। इसीक्रम में अनुलोम विलोम भी सभी को करना चाहिए। जो हृदय में ब्लाकेज को दूर करेगा। गठिया, जोड़ का दर्द, किसी भी तरह की एलर्जी, ब्लड प्रेसर को भी सामान्य बनाएगा। खास यह कि सभी आसन किसी योग प्रशिक्षक की निगरानी में किए जाएं तो बेहतर होंगे। 

यूपीआरटीयू 29 से शुरू कर रहा योग की निश्शुल्क ऑनलाइन कक्षाएं 

जो लोग योग के जरिए खुद को स्वस्थ रखना चाहते हैं उनके लिए अ'छी खबर है। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की तरफ से योग प्रशिक्षण की निश्शुल्क ऑनलाइन कक्षाएं 29 अप्रैल से संचालित होने जा रही हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व शरीर के अन्य विकार समाप्त करने में मदद मिलेगी। योग प्रशिक्षक अमित सिंह ने बताया कि पूर्व में भी विश्वविद्यालय की तरफ से ऐसी कक्षाएं चल रही थीं। बीच में किन्हीं कारणों से अवरोध आया। अब फिर इन्हें शुरू किया जा रहा है। प्रात: 6:30 बजे से 7:30 बजे तक जूम एप के जरिए कोई भी जुड़ सकता है। मीटिंग आइडी 83382732892, पासवर्ड 123 है। किसी तरह की कठिनाई होने पर 6392241661 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। 


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