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Magh Mela-2020 : स्नानार्थियों की सुरक्षा का होगा प्रबंध, पांच किमी में होगी डीप वाटर बैरिकेडिंग Prayagraj News

संदिग्ध लोगों के साथ ही स्नानार्थियों पर मोटर बोट व सामान्य बोट पर तैनात पुलिस के जवान पैनी नजर रखेंगे। जल पुलिस की ओर से चार कंपनी फ्लड कंपनी पीएसी की मांग दूसरे जनपदों से की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 12:35 PM (IST)
Magh Mela-2020 : स्नानार्थियों की सुरक्षा का होगा प्रबंध, पांच किमी में होगी डीप वाटर बैरिकेडिंग Prayagraj News
Magh Mela-2020 : स्नानार्थियों की सुरक्षा का होगा प्रबंध, पांच किमी में होगी डीप वाटर बैरिकेडिंग Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले की तरह इस बार माघ मेले में भी स्नानार्थियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। संगम के अलावा गंगा और यमुना के करीब पांच किलोमीटर जल क्षेत्र में डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। बैरिकेडिंग लगाने का काम जल पुलिस के जवानों ने शुरू कर दिया है।

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मोटर बोट व सामान्य बोट पर तैनात पुलिसकर्मी करेंगे निगरानी

बैरिकेडिंग के अलावा स्नान घाटों पर फ्लड कंपनी पीएसी, जल पुलिस के जवान और गोताखोर तैनात किए जाएंगे। संदिग्ध लोगों के साथ ही स्नानार्थियों पर मोटर बोट व सामान्य बोट पर तैनात पुलिस के जवान पैनी नजर रखेंगे। जल पुलिस की ओर से चार कंपनी फ्लड कंपनी पीएसी की मांग दूसरे जनपदों से की गई है, जिसमें से तीन कंपनी मिल चुकी है। एक कंपनी पीएसी अभी आना बाकी है। स्नान घाट के अलावा जरूरी स्थानों पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राजकीय आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवानों को भी तैनात रहेंगे, जो किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम होंगे।

संगम में बनेगा कंट्रोल रूम

व्यवस्था के संचालन के लिए संगम में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा और गंगा व यमुना के नीचे सब कंट्रोल रूम भी होंगे। यहां पर्याप्त संख्या में उपकरण के जल पुलिस के जवान रात दिन तैनात रहेंगे। पुराने यमुना पुल, छतनाग, संगम मध्य और नागवासुकी के पास क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) भी किसी तरह की सूचना मिलने पर तत्काल बचाव व राहत कार्य करेगी। जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव ने बताया कि स्नानार्थियों की सुविधा और सुरक्षा की दृष्टि से सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। डीप वाटर बैरिकेडिंग का काम शुरू कर दिया गया है। जल क्षेत्र में नाव पर तैनात असलहे से लैस जवान संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखेंगे।

ऐसी रहेगी व्यवस्था

- 18 स्नान घाट।

- 03 कंपनी फ्लड पीएसी।

- 01 कंपनी एनडीआरएफ।

- 01 कंपनी एसडीआरएफ।

- 110 गोताखोर।

- 01 कंट्रोल, दो सब कंट्रोल रूम।

- 04 मोबाइल क्यूआरटी।

- 04 वाटर स्कूटी क्यूआरटी।


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