शाहगंज के इलेक्ट्रानिक मार्केट में भीषण आग, 22 दुकानें जलीं Prayagraj News
शाहगंज के इलेक्ट्रानिक मार्केट में भीषण आग लग गई। घंटों मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के वाहनों से दमकल कर्मियों ने आग पर घंटों मशक्कत के बाद काबू पाया। 22 दुकानें जल गईं।
प्रयागराज, जेएनएन। शाहगंज स्थित इलेक्ट्रानिक मार्केट में सोमवार अलसुबह आग लग गई। भीषण आग की चपेट में आने से 22 छोटी, बड़ी दुकानें व गोदाम में रखा करोड़ों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। इस अग्निकांड से दुकानदारों में अफरा-तफरी मची रही।
मैक मार्केट से धुआं निकलता देख जुटी भीड़
शाहगंज थाना क्षेत्र में मैक मार्केट के नाम से बिल्डिंग है, जो पूर्व सांसद अतीक अहमद की बताई जाती है। बिल्डिंग के भूतल और प्रथम तल पर इलेक्ट्रानिक उपकरणों की करीब 36 दुकानें है। तीसरे तल पर कुछ दुकानदारों ने गोदाम भी बना रखा है। सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे अचानक दुकान से धुआं निकलने लगा। तार और दूसरे सामान जलने से दुर्गंध हुई तो लोगों को परेशानी होने लगी। वह अपने-अपने घरों से बाहर निकले तो बिल्डिंग में आग लगने की खबर फायर ब्रिगेड को दी। तब तक बिल्डिंग की तीसरे मंजिल से आग की लपटें निकलने लगीं। यह देख दुकानदारों में खलबली मच गई।
आग की लपटों को देख आसपास की दुकानें खाली कराई गई
कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश हुई, लेकिन इलेक्ट्रानिक उपकरण होने के कारण आग नहीं बुझ रही थी। आनन-फानन आसपास की दुकानें और मकानों को खाली करा लिया गया।
सात फायर टैंकर ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया
अग्निशमन अधिकारियों ने फायरमैन व सात फायर टैंकर की मदद से करीब साढ़े 10 बजे तक आग को काबू में कर लिया। अग्निकांड में मो. आरिफ, अतुल, मो. जीशान, विरेंद्र साहू, हफीज समेत कई अन्य की दुकानें जल गईं। दुकानदारों का कहना है कि करोड़ों रुपये का सामान जल गया है। थानाध्यक्ष शाहगंज प्रिंस दीक्षित ने बताया कि किसी दुकानदार ने आग लगाने की बात नहीं कही है।
संकरी गलियों से हुई परेशानी
शाहगंज मुहल्ले में लगभग हर तरफ इलेक्ट्रानिक उपकरणों की दुकान हैं। इस मुहल्ले की गलियां काफी संकरी हैं। आग लगने के बाद फायर टैंकर को वहां पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। अधिकारियों ने किसी तरह छोटी गाडिय़ों का इस्तेमाल करके टैंकर में पानी भरवाया। स्थानीय लोगों का कहना था कि दिन में यहां काफी भीड़ होती है। आग अगर दिन में लग होती तो जनहानि भी हो सकती थी।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
इलेक्ट्रानिक मार्केट से पहले भी इस तरह की बड़ी घटना हो चुकी है। चार माह पहले चौक में जवाहर स्क्वॉयर मार्केट में भी आग लगने से 15 दुकानें खाक हुई थी। खुल्दाबाद में एक गोदाम में लगी आग तीन दिनों तक धधकती रही। करेली और धूमनगंज में आग लगने से कई की मौत हो चुकी है।
बोले सीएफओ
सीएफओ रविंद्र शंकर मिश्रा ने कहा कि गर्मी के कारण शार्ट सर्किट से एक गोदाम में आग लगी थी। उसके बाद इनवर्टर की बैट्री फटने से आग ने नीचे की दुकानों को भी चपेट में ले लिया। आग को पूरी तरह से बुझाने में दोपहर तक का वक्त लग गया।