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आजमगढ़, बलिया समेत कई जिले के छात्रों पर दर्ज हुई है एफआइआर, पीएम व सीएम के खिलाफ नारेबाजी की थी

पुलिस के अनुसार छात्रसंघ यूनियन भवन और उसके बाहर रविवार को तमाम छात्र नेताओं और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री योगी का पुतला फूंकने की कोशिश की थी। दारोगा का आरोप है कि छात्रों का कई समूह लगातार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के विरुद्ध नारेबाजी कर रहा था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 11:55 AM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 11:55 AM (IST)
आजमगढ़, बलिया समेत कई जिले के छात्रों पर दर्ज हुई है एफआइआर, पीएम व सीएम के खिलाफ नारेबाजी की थी
प्रधानमंत्री, मुख्‍यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने वाले जिन छात्रों पर केस दर्ज हुआ है, उनमें बाहरी जनपदों के भी हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज शहर में कर्नलगंज पुलिस ने जिन छात्रों के खिलाफ मुकदमा कायम किया है, उसमें अलग-अलग जिले के छात्र शामिल है। इससे साफ है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ दर्ज एफआइआर के विरोध में प्रदर्शन करने और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के विरुद्ध नारेबाजी करने वाले छात्र एक ही संगठन के हैं। पुलिस की रिपोर्ट में इसका जिक्र तो नहीं है लेकिन प्रदर्शन वाले दिन कहा गया था कि विरोध करने वाले समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हैं। 

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इन छात्रों पर दर्ज हुई है एफआइआर

पुलिस ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय इविवि छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव पूर्व उपाध्यक्ष आदिल हमजा, छात्र राहुल पटेल, अजय यादव उर्फ सम्राट, अखिलेश गुप्ता उर्फ गुड्डू, अविनाश विद्यार्थी, शिवबली यादव, सुजीत यादव, यशवंत यादव, आनंद यादव उर्फ सांसद, मसूर अंसारी को नामजद व चार अज्ञात छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है। एफआइआर दारोगा हर्षवीर सिंह की तहरीर पर कायम हुई है। इसमें आजमगढ़ के सुजीत यादव, आनंद यादव बलिया के सुजीत यादव, मऊ के शिवाली यादव, गाजीपुर के अविनाश विद्यार्थी और बाकी सब प्रयागराज के हैं। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने की कोशिश की थी

पुलिस के अनुसार, छात्रसंघ यूनियन भवन और उसके बाहर रविवार को तमाम छात्र नेताओं और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने की कोशिश की थी। दारोगा हर्षवीर का आरोप है कि छात्रों का कई समूह था, जो लगातार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे। समझाने पर वह पुलिस वालों से उलझ गए और विश्वविद्यालय रोड पर धरने पर बैठ गए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई और आवागमन बाधित हुआ। 

कर्नलगंज के इंस्‍पेक्‍टर ने यह कहा

रूट डायवर्ट कर किसी तरह यातायात को सुचारू रूप से चालू कराया गया। छात्रों ने शांति-व्यवस्था भंग करने के साथ ही पुलिस के सरकारी कार्य में बाधा डाला और जबरन मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश की। बहरहाल, इंस्पेक्टर कर्नलगंज विनीत सिंह का कहना है कि सभी आरोपितों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।


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