दो साल से प्रयागराज की जेल में बंद किशोर को दी आर्थिक सहायता तो मिली उसे सलाखों से निजात
आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह विधिक सहायता नहीं ले सकती। इस मामले में रेलवे मजिस्ट्रेट डॉॅ. उत्सव राज और जेल प्रशासन से बात कर फाइल को जेल लोक अदालत में स्थानांतरित कराया गया। वहीं से प्रकरण का निस्तारण हुआ। उसके ऊपर दो मामले थे।
प्रयागराज, जेएनएन। आर्थिक तंगी की वजह से विधिक सहायता नहीं ले पाने के कारण दो साल से जेल में बंद किशोर की मदद के लिए अल कौसर सोसायटी ने हाथ बढ़ाया। इसके चलते किशोर अब सलाखों से बाहर आ सका। अपने परिवार के साथ है। उसकी काउंसिलिंग कर मुख्य धारा से भी जोडऩे का प्रयास हो रहा है।
नशे की लत की वजह से शुरू कर दिया अपराध
अल कौसर सोसायटी की अध्यक्ष नाजिया नफीस ने बताया कि करेली इलाके का एक किशोर केंद्रीय कारागार की बाल बैरिक में बंद था। वह नशे की लत के कारण गलत संगत में पड़कर अपराध की गिरफ्त में भी आ चुका था। किशोर की मां ने उनके संगठन से संपर्क कर बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह विधिक सहायता नहीं ले सकती। इस मामले में रेलवे मजिस्ट्रेट डॉॅ. उत्सव राज और जेल प्रशासन से बात कर फाइल को जेल लोक अदालत में स्थानांतरित कराया गया। वहीं से प्रकरण का निस्तारण हुआ। उसके ऊपर दो मामले थे। दोनों में एक एक हजार रुपये का जुर्माना सोसाइटी ने किशोर की तरफ से जमा कराया। उसके बाद वह रिहा हो गया। वापस घर पहुंचकर उसे बेहद खुशी मिली तो परिवार ने भी राहत की सांस ली। अल कौसर ने उम्मीद जताई है कि सलाखों से रिहाई मिलने के बाद अब वह अपराध से तौबा कर नया जीवन शुरू करेगा ताकि उसकी राह सुधर सके।