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Prayagraj News: पिछले वर्ष जिन इलाकों में फैला था डेंगू, वहां अभी से मच्‍छरों का शुरू हाे गया प्रकोप

मलेरिया विभाग और नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का संयुक्त अभियान इन्हीं क्षेत्रों में प्राथमिकता पर रहेगा। ऐसे क्षेत्रों में टीमें पहले जाएंगी। पिछले वर्ष इन्‍हीं इलाकों में डेंगू का काफी प्रकोप था। संचारी रोगों की रोकथाम और जागरूकता के लिए अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 12:31 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 12:31 PM (IST)
Prayagraj News: पिछले वर्ष जिन इलाकों में फैला था डेंगू, वहां अभी से मच्‍छरों का शुरू हाे गया प्रकोप
प्रयागराज में गंगा जलोढ़ क्षेत्रों में बरसात से पहले ही संक्रामक रोगों की आशंका बढ़ गई है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भले ही अभी वर्षा ऋतु का आगमन अभी नहीं हुआ है लेकिन प्रयागराज में गंगा नदी के कछारी इलाकों में मच्‍छरों का हमला शुरू हो गया है। शहर में शिवकुटी के गोविंदपुर और चिल्ला बस्ती से लेकर राजापुर के गंगानगर कछारी इलाके तक कदम-कदम पर मच्छर पनपने लगे हैं। गंदगी, गली कूचों में नालियों में जमा कीचड़युक्त पानी और खाली पड़े प्लाट में कूड़े का अंबार है।

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एक से 31 जुलाई तक संचारी रोगों के रोकथाम का अभियान : मलेरिया विभाग और नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का संयुक्त अभियान इन्हीं क्षेत्रों में प्राथमिकता पर रहेगा। ऐसे क्षेत्रों में टीमें पहले जाएंगी। पिछले वर्ष इन्‍हीं इलाकों में डेंगू का काफी प्रकोप था। संचारी रोगों की रोकथाम और जागरूकता के लिए अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा।

मच्‍छरों से फैलने वाली डेंगू, मलेरिया प्रमुख बीमारी : मच्छरों से फैलने वाली प्रमुख बीमारियों में डेंगू और मलेरिया है। इनके संवेदनशील इलाकों को चिह्नित करने के लिए टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। जागरूकता के लिए सभी विभागों को समन्वय बनाकर क्षेत्रों में निकलने की तैयारी की गई है।

इन इलाकों में मच्छरों का प्रकोप : गोविंदपुर, चिल्ला बस्ती, पीडीए की कालोनी, तेलियरगंज, राजापुर, के गंगा कछारी क्षेत्रों में लाखों लोग रहते हैं। सफाई कार्य और पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण इन क्षेत्रों में गंदगी के बीच ही लोगों को रहने की मजबूरी है। गलियों में नालियां जाम हैं, घनी बस्ती में ताजी हवा को भी लोग तरस जाते हैं। मौजूदा हालात इन क्षेत्रों में चिंताजनक हैं। जहरीले मच्छरों का डंक लगने से लोग मलेरिया से पीड़ित होने भी लगे हैं।

कूलर की टंकियाें में पनप रहे मच्छर : गर्मी के दिन हैं, तमाम घरों में कूलर का इस्तेमाल हो रहा है लेकिन इनकी टंकियों में पनप रहे मच्छर भी मलेरिया का कारण बन रहे हैं। वर्षा और बाढ़ के बाद डेंगू का भी खतरा इन क्षेत्रोंं में ज्यादा है।

क्‍या कहते हैं मलेरिया अधिकारी : जिला मलेरिया अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी विभागों का समन्वय बनाकर काम करना है। एक जुलाई से अभियान शुरू होगा। क्षेत्रीय लोगों से अपील है कि अपने घरों में कूलर की टंकियों में पानी एक-दो दिन में बदलते रहें। जिससे बीमारियों की रोकथाम के लिए चलने वाले अभियान में जन सहभागिता हो सके।


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