Move to Jagran APP

प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में दर्जन भर कौवों की मौत, लोगों में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत

पिछले चार दिन से कुंडा नवाबगंज में पक्षियों की मरने की घटनाएं हो रही हैं। वहीं शुक्रवार को नवाबगंज थाना क्षेत्र के ब्रह्मौली गांव के पास एक दर्जन कौवे मरे पड़े मिले। इस सूचना पर पशु विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 02:02 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 02:02 PM (IST)
प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में दर्जन भर कौवों की मौत, लोगों में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत
अभी तक जितने भी पक्षियों के मरने के केस मिले हैं, किसी में भी बर्ड फ्लू का प्रमाण नहीं मिला।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में नवाबगंज थाना क्षेत्र के ब्रह्मौली चौराहे के पास शुक्रवार की सुबह दर्जन भर कौवे मरे पड़े मिले। ग्रामीणों की नजर पड़ी तो पुलिस को सूचना दी। नवाबगंज एसओ के साथ पशु विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मरे कौवों का पोस्मार्टम करा रहे हैं।

loksabha election banner

पिछले चार दिन से कुंडा और नवाबगंज इलाके में पक्षियों के मरने की घटनाओं से लोग दहशत में

पिछले चार दिन से कुंडा, नवाबगंज में पक्षियों की मरने की घटनाएं हो रही हैं। वहीं शुक्रवार को नवाबगंज थाना क्षेत्र के ब्रह्मौली गांव के पास एक दर्जन कौवे मरे पड़े मिले। इस सूचना पर पशु विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने सभी मृत कौवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मुख्य पशु चिकित्सक की मानें तो अभी तक जितने भी पक्षी मरे मिले हैं, उनमें बर्ड फ्लू का कोई सिम्टम नहीं है। वहीं एक दिन पहले गुरुवार को आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के मानापुर गांव के सरोज बस्ती में चार गौरेया मरी पाई गईं।

अभी तक पक्षियों के मरने में नहीं मिला है बर्ड फ्लू का प्रमाण

इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विजय प्रताप सिंह का कहना है कि अभी तक जितने भी पक्षियों के मरने के केस मिले हैं, किसी में भी बर्ड फ्लू का प्रमाण नहीं मिला। दिसंबर और जनवरी के महीने में ठंड की अधिकता की वजह से पक्षी मरते हैं, यह सामान्य बात है। हालांकि एहतियात के तौर पर पूरी कोशिश है कि प्रत्येक मरने वाले पक्षी का पोस्टमार्टम कराकर देख लिया जाए कि उनकी मौत बर्ड फ्लू की वजह से तो नहीं हुई है। जिलाधिकारी ने पशु विभाग, वन विभाग को समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.