स्वाइन फ्लू से जिला पंचायत सदस्य के पिता की चली गई जान
स्वाइन फ्लू से जिले में पहली मौत जिला पंचायत सदस्य के पिता की हुई है। उनका इलाज लखनऊ के एसजीपीजीआइ में इलाज हो रहा था। जिले में कुल चार लोगों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है।
प्रयागराज : वायरस जनित रोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से जसरा में जिला पंचायत सदस्य के पिता की मौत हो गई। स्वाइन फ्लू से मौत का यह पहला मामला सामने आने पर स्वास्थ्य महकमे में भी खलबली मची है। इस मौत से अभी तक उदासीन बना स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया। अभी तक कुल चार मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। तीन का इलाज अभी लखनऊ स्थित एसजीपीजीआइ में चल रहा है।
एक सप्ताह पूर्व बीमारी की चपेट में आए थे
घूरपुर थाना क्षेत्र के चितौरी गांव निवासी जिला पंचायत सदस्य दारा सिंह पटेल के पिता पूर्व ग्राम प्रधान रामलाल पटेल (60) एक सप्ताह से स्वाइन फ्लू की चपेट में थे। एसजीपीजीआइ के माइक्रोबायोलाजी लैब की जांच में जब इसकी पुष्टि हुई तो इलाज के लिए लखनऊ के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में तबीयत बिगड़ती गई। मंगलवार की सुबह डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्वाइन फ्लू के चार मामले सामने आए
वैसे जिले में अभी तक स्वाइन फ्लू के कुल चार मामले सामने आए हैं लेकिन इससे मौत का यह पहला मामला है। सरकार भी स्वाइन फ्लू को लेकर गंभीर है। मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। स्वाइन फ्लू के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. ओपी भाष्कर ने रामलाल पटेल को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि करते हुए बताया कि रामलाल का इलाज लखनऊ में चल रहा था, अभी हमें मौत की सूचना नहीं मिली है।
स्वाइन फ्लू से कैसे करें बचाव
-संक्रमित व्यक्तियों से एक मीटर से अधिक दूरी पर रहें।
-हाथों को साबुन एवं साफ पानी से नियमित रूप से धोएं।
-स्वाइन फ्लू की आशंका बुखार, खांसी, नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ पर डॉक्टर से संपर्क करें।
-सर्दी जुकाम से पीडि़त व्यक्ति से हाथ न मिलाएं।
-अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए।
कहते हैं सीएमओ
सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई कहते हैं कि हमने स्वाइन फ्लू को लेकर सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया है। इसके लिए टीम भी गठित की गई है। जिले में चार केस स्वाइन फ्लू के मिले हैं।