मांगों को लेकर कालिंदी तीरे गरजे किसान और मजदूर
जसरा के बीकर गांव में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के तत्वावधान में एक जनसभा का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने सरकार के यमुना नदी में बालू खनन संबंधित आदेश को गलत तरीके से लागू किए जाने की बात कही।
जसरा : जसरा के बीकर गांव में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के तत्वावधान में एक जनसभा का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने सरकार के यमुना नदी में बालू खनन संबंधित आदेश को गलत तरीके से लागू किए जाने की बात कही।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने 24 जून 2019 के एक आदेश में नाव द्वारा बालू खनन को बंद करा दिया जो कि गलत तरीके से यमुना नदी में लागू किया गया है। वक्ताओं का कहना था कि यह आदेश पहाड़ी नदियों के लिए बनाया गया था। जहां पर खनन माफिया अत्यधिक खनन कर नदी व पर्यावरण को क्षति पहुंचाते थे। कहा कि मजदूरों की मांग है कि 24 जून 2019 को बोट रोकने का आदेश वापस कर नाव द्वारा बालू खनन चालू किया जाए। नाव का पंजीकरण कर मालिकों को रवन्ना न दिया जाए, बालू खनन में पूरी तरह से जेसीबी पोकलैंड, पंचक्की पर रोक लगाई जाए, घाट काटकर सूखी बालू उठाने पर रोक लगाई जाए, सरकारी रेट 65 रुपये घन मीटर लागू किया जाए। साथ ही अवैध वसूली पर रोक लगाई जाए, मजदूरों पर लगाए गए फर्जी केस वापस लिए जाए तथा फर्जी केस लिखने पर रोक लगाई जाए। खेती पर तीन नए कानून को वापस लिया जाए। वर्ष 2020 बिजली बिल कानून वापस हो आदि मांगें रखी गईं। उपस्थित लोगों में जिला उपाध्यक्ष सुरेश निषाद, जिला सचिव राजकुमार पथिक, विनोद निषाद, रामाश्रय निषाद, संजय निषाद, शिव कुमार, रवि, सूरज, दीपचंद, राममूरत, महेश, विष्णु, गायत्री देवी, तारामनी, बसंती देवी, गुलाब कली, राधेश्याम, कुंती देवी शामिल रहीं।