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किशोरी का अपहरण होने से नाराज लोगोंं ने प्रयागराज में घेर लिया थाना और लगाए पुलिस विरोधी नारे

नामजद आरोपितोंं को पकड़ने के बाद छोड़ दिए जाने से नाराज लोगों ने सोमवार को कौंधियारा थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। लोगों को शक था कि पुलिस आरोपितोंं की मददगार की भूमिका मेंं है हालांकि पुलिस ने लोगों को भरोसा दिया कि जल्द बरामदगी की जाएगी।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 05:59 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 05:59 PM (IST)
किशोरी का अपहरण होने से नाराज लोगोंं ने प्रयागराज में घेर लिया थाना और लगाए पुलिस विरोधी नारे
कौंधियारा थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारे लगाए।

प्रयागराज, जेएनएन। पंद्रह दिन से ज्यादा  वक्त गुजरने के बावजूद अगवा नाबालिग लड़की की बरामदगी में लापरवाही और नामजद आरोपितोंं को पकड़ने के बाद छोड़ दिए जाने से नाराज लोगों ने सोमवार को कौंधियारा थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। लोगों को शक था कि पुलिस आरोपितोंं की मददगार की भूमिका मेंं है हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाया और भरोसा दिया कि जल्द बरामदगी की जाएगी।    

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दावत में गई तो हो गई लापता

कौंधियारा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुल्हड़िया की 14 वर्षीय किशोरी 28 नवंबर को रात आठ बजे गांव में ही निमंत्रण मेंं गई थी। वहीं से वह लापता हो गई। परिवार के लोगों ने रात भर खोजबीन के बाद 29 नवंबर को राकेश पटेल और कन्हैया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसमें कन्हैया कन्नौज जनपद का रहने वाला है और यहां राकेश पटेल के घर में ही रहता है । नामजद मुुुुुुकदमा लिखने के बावजूूद पन्द्रह दिन बीत जाने के बाद भी नाबालिग आदिवासी लड़की की बरामदगी नहीं होने से लोगों में नाराजगी व्याप्त होने लगी। यह भी पता चला कि मामले के विवेचक ने दोनों नामजद आरोपितों को पकड़ लिया था मगर उन्हेंं थाने से छोड़ दिया। 

थाने पर देर तक लगाए नारे

अगवा की गई किशोरी के आक्रोशित परिवार के लोगों और तकरीबन डेढ़ सौ ग्रामीण सोमवार को कौंधियारा थाने पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे। कौंधियारा थाने का घेराव कर देर तक लोगों ने पुलिस विरोधी न नारेबाजी की। खासतौर पर मामले के विवेचक मोहम्मद आरिफ एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए गए। इस बाबत थानाध्यक्ष कौंधियारा कुलदीप तिवारी  ने बताया कि गायब लड़की के सवजन एवं ग्रामीण थाने पहुंचे थे। किशोरी को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। दोनों नामजद आरोपियों को पकड़ लिया गया। लेकिन नाबालिग लड़की का मामला है इसलिए लड़की की बरामदगी किए बिना आरोपियों को जेल नहीं भेजा जा सकता। दस दिन के अंदर लड़की की बरामद कर लिए जाने का आश्वासन देकर ग्रामीणों एवं परिजनों को वापस घर भेज दिया गया है । एक पुलिस टीम को किशोरी के बारे में पता लगाने का काम सौंपा गया है। 


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