Move to Jagran APP

फर्जी सिम का उपयोग साइबर क्राइम में हो रहा था, 4 पकड़े गए अब गिरोह के अन्‍य सदस्‍यों की तलाश

एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि यह गिरोह काल सेंटर चलवाते थे और बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगते थे। फर्जी सिम का उपयोग साइबर क्राइम में किया जा रहा था। इसमें अभी कई और लोग भी शामिल हैं जिनका पता लगाया जा रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 10:21 AM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 10:21 AM (IST)
फर्जी सिम का उपयोग साइबर क्राइम में हो रहा था, 4 पकड़े गए अब गिरोह के अन्‍य सदस्‍यों की तलाश
आर्मी इंटेलीजेंस व क्राइम ब्रांच आनलाइन जालसाजों के साथियों की तलाश कर रही है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आर्मी इंटेलीजेंस लखनऊ, क्राइम ब्रांच और करेली पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर जालसाजों के गिरोह का गुरुवार को राजफाश किया था। नूरुल्ला रोड के समीप से गिरफ्तार किए गए जालसाजों के पास से एक हजार सिम, मोबाइल, बड़ी संख्या में आइडी, फर्जी मोहर, आनलाइन कंपनियों के पेज, पासवर्ड, कैशमेमो, रसीदें, टिन नंबर, कंपनियों के लोगों की डुप्लीकेट कापी बरामद की गई थी। पूछताछ में पता चला कि आनलाइन जालसाजी के लिए फर्जी सिम का उपयोग किया जाता था। पूछताछ में इन सभी ने अपने गिरोह के अन्य साथियों के नाम भी पुलिस को बताए थे जिस पर देर रात पुलिस टीम ने शहर के कई इलाकों में दबिश दी। हालांकि कोई हाथ नहीं लगा। पुलिस का दावा है कि जल्द ही जिनके नाम प्रकाश में आए हैं उनको गिरफ्तार किया जाएगा।

loksabha election banner

आनलाइन ठगी का गिरोह प्रयागराज में सक्रिय

आर्मी आर्मी इंटेलीजेंस लखनऊ की टीम को सर्विलांस के माध्यम से पता चला कि प्रयागराज में एक गैंग सक्रिय है, जो आनलाइन ठगी करता है। इसके लिए फर्जी सिम का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच के प्रभारी संजय कुमार सिंह को दी गई। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि आरोपित करेली क्षेत्र के रहने वाले हैं, जिस पर करेली थाना प्रभारी अनुराग शर्मा को भी सूचना दी गई। गुरुवार को तीनों टीमों ने नूरुल्ला रोड के पास से चार जालसाजों को गिरफ्तार किया।

इन चार जालसाजों को पकड़ा गया है

पकड़े गए जालसाजों में अब्दुल खालिद पुत्र जली निवासी जेके आशियाना करेली, श्रीराम चौरसिया पुत्र भइया लाल निवासी हर्षवर्धन नगर अतरसुइया, जीशान अहमद पुत्र मो. अहमद निवासी जीटीबी नगर करेली, विकास केसरवानी पुत्र राजेंद्र केसरवानी निवासी हिम्मतगंज खुल्दाबाद शामिल थे। इनके पास से बड़ी मात्रा में सिम, मोबाइल, आइडी आदि बरामद किया गया। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि दो काल सेंटर बैरहना में चल रहे हैं, जहां बड़ी संख्या में सिम बेचे गए हैं। पुलिस ने काल सेंटर पहुंचकर संचालक कृष्ण कुमार सिंह पुत्र हरिशंकर सिंह निवासी मधवापुर बैरहना कीडगंज को भी गिरफ्तार कर लिया। यहां से भारी मात्रा में एक कंपनी के सिम बरामद हुए। अब्दुल खालिद ने बताया कि वह एक मोबाइल कंपनी में सेल्समैन है। कंपनी के अधिकारियों का अधिक से अधिक सिम बेचने का दवाब रहता था, जिस कारण वह फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट कर बेचता और बिकवाता था।

एसएसपी बाेले- फर्जी सिम का उपयोग साइबर क्राइम में हो रहा था

एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि यह गिरोह काल सेंटर चलवाते थे और बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगते थे। फर्जी सिम का उपयोग साइबर क्राइम में किया जा रहा था। इसमें अभी कई और लोग भी शामिल हैं, जिनका पता लगाया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.