प्रयागराज के करछना में नकली डीएपी बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, 450 बोरी डीएपी बरामद
पतेवरा ग्रामसभा के अंशुमान सिंह जीतू सिंह पुत्र जगदीश सिंह प्राइमरी स्कूल के पास टीनशेड में फैक्ट्री डालकर पिछले दो वर्षों से नकली खाद बनाने का गोरखधंधा कर रहे थे। सूचना पर कृषि विभाग की टीम गुरुवार को दबिश देने पहुंची।
प्रयागराज, जागरण, संवाददाता। किसानों को ठगने का एक और कारनामा सामने आया है। करछना के पतेवरा ग्रामसभा में नकली डीएपी खाद बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। यहां से 450 बोरी नकली डीएपी, बोरी सिलने की मशीन, खाद तैयार करने की सामग्री और एक हजार खाली बोरी बरामद हुई। हालांकि मौके से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। फैक्ट्री संचालकों के धर पकड़ के लिए दबिश भी जा रही है।
मध्य प्रदेश के अलावा आसपास के जिले में करते थे आपूर्ति
क्षेत्रीय लोगों की मानें तो इस फैक्ट्री से पिछले दो वर्षाें से नकली खाद तैयार की जा रही है। मध्य प्रदेश में भी यहां से खाद भेजी जाती थी। प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ़, कौशांबी, मिर्जापुर,फतेहपुर, सुल्तानपुर सहित अन्य जिलों आपूर्ति की जाती थी। खाद की बोरी में पूर्णियां बिहार का पता लिखा हुुआ है।
पतेवरा ग्रामसभा के अंशुमान सिंह, जीतू सिंह पुत्र जगदीश सिंह प्राइमरी स्कूल के पास टीनशेड में फैक्ट्री डालकर पिछले दो वर्षों से नकली खाद बनाने का गोरखधंधा कर रहे थे। सूचना पर कृषि विभाग की टीम गुरुवार को दबिश देने पहुंची। जिला कृषि अधिकारी सुभाष कुमार मौर्या, जिला कृषि रक्षा अधिकारी इंद्रजीत यादव, एसडीएम करछना अमृता सिंह पुलिस बल के साथ फैक्ट्री पर छापा मारा। संचालक मौके से फरार हो गए। काम कर रहे श्रमिकों से पूछताछ की गई। खाद का नमूना जब्त करते हुए फैक्ट्री को सीज कर दिया गया।
जैविक खाद भी करते थे तैयार
डीएपी खाद की फैक्ट्री में जैविक खाद भी तैयार किया जाता था। इस खाद को 10 लीटर की बाल्टी में पैकिंग की जाती थी। जिसकी सप्लाई इसी फेक्ट्री के कर्मचारी आसपास के शहरों में छोटी गाड़ियों से सप्लाई करते थे।
करछना में फैक्ट्री की सूचना पर दबिश दी गई। यहां पर बड़े पैमाने पर नकली डीएपी तैयार की जा रही थी। प्रयागराज के अलावा आधा दर्जन से अधिक जनपदों में यहां से आपूर्ति की जा रही थी। औद्योगिक थाना नैनी में जिलाधिकारी ने निर्देश पर शुक्रवार को मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा।
सुभाष कुमार मौर्या, जिला कृषि अधिकारी