फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के ओडीओपी में शामिल होने से स्वरोजगार को बढ़े हाथ Prayagraj News
ओडीओपी में पहले शामिल मूंज का कारोबार सीमित था। अब सरकार इसमें फूड प्रोसेसिंग को शामिल किया है। इससे आटा दाल चावल आदि की इकाई लगाने के विकल्प खुल गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत अब मूंज के अलावा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर को भी शामिल किया गया है। इसलिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए कई लोग सामने आए हैं। अब तक 102 लोगों ने जिला उद्योग केंद्र में लोन के लिए आवेदन किया। कहा कि लोन मिला तो वह स्वरोजगार शुरू करके खुद के अलावा कई और को भी रोजगार दे सकते हैं।
ओडीओपी में पहले मूंज को शामिल किया गया था
ओडीओपी में पहले मूंज को शामिल किया गया था। इसका कारोबार नैनी के महेवा और आसपास तक सीमित होने से अपेक्षित प्रगति नहीं मिल सकी। अब सरकार द्वारा इसमें फूड प्रोसेसिंग को शामिल कर लेने से लोगों के सामने आटा, दाल, चावल, आदि की इकाई लगाने के विकल्प खुल गए हैं। इस योजना में इकाई लगाने के लिए करोड़ों रुपये के कर्ज का प्रावधान है। सरकार ने कोरोना काल में साक्षात्कार प्रक्रिया को समाप्त करते हुए रैंकिंग के आधार पर कर्ज स्वीकृति की व्यवस्था की है।
कितने की परियोजना पर कितनी सब्सिडी
-25 लाख रुपये लागत वाली इकाई के लिए 25 फीसद (अधिकतम 6.25 लाख) सब्सिडी
-25 लाख से ज्यादा और 50 लाख लागत वाली इकाई के लिए 20 फीसद अथवा 6.25 लाख जो भी अधिक हो, उतनी सब्सिडी
-50 लाख से ज्यादा और डेढ़ करोड़ लागत वाली इकाई के लिए 10 लाख अथवा 10 फीसद जो भी अधिक हो, उतनी सब्सिडी
-डेढ़ करोड़ से ज्यादा की इकाई के लिए 10 फीसद अथवा 20 लाख जो भी अधिक हो, उतनी सब्सिडी।
बोले उद्योग उपायुक्त अजय कुमार
उद्योग उपायुक्त अजय कुमार चौरसिया कहते हैं कि जिन लोगों ने लोन के लिए आवेदन किए हैं, उनके चयन की प्रक्रिया चल रही है। कई लोगों ने करोड़ों के प्रोजेक्ट लगाने में रुचि दिखाई है। इससे रोजगार सृजन में काफी वृद्धि की संभावना है।