रंग पर्व के बाद अब शहरियों के सिर चढ़ा आइपीएल का 'बुखार'
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाड़ी हों या क्रिकेट प्रेमी इन दिनों सभी आइपीएल क्रिकेट मैच को लेकर उत्साहित हैं। प्रत्येक मैच की जीत और हार पर चर्चा भी हो रही है।
प्रयागराज : इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का जैसे एक-एक संस्करण बढ़ रहा है, वैसे-वैसे युवा क्रिकेटरों और उनके परिजनों में क्रिकेट की खुमारी बढ़ती जा रही है। होली के बाद 23 मार्च से शुरू हुए आइपीएल के 12वें संस्करण को लेकर शहरवासियों में आइपीएल का 'बुखार' बढ़ गया है। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाड़ी हाें या फिर शहर के क्रिकेट प्रेमी, सभी का उत्साह देखने लायक है। आइपीएल का मैच देखने के लिए टीवी स्क्रीन के सामने युवा क्रिकेटर, उनके परिजन और खेल प्रेमी मौजूद रहते हैं।
खिलाडिय़ों जोश व उत्साह
आइपीएल के 12वें संस्करण शुरू है। शनिवार के साथ ही रविवार को भी युवा खिलाडिय़ों के साथ ही क्रिकेट प्रेमियों में जोश है। खिलाड़ी मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में अभ्यास करने पहुंचते हैं। उनकी जुबां पर बस यही चर्चा रहती है कि आइपीएल के मैच में आज किन टीमों का मैच है, धौनी की टीम जीतेगी या विराट कोहली की। युवा खिलाड़ी स्टेडियम में तिरंगा लेकर घूमे। क्रिकेट कोच कौशिक पाल और ताइक्वांडो कोच रंजीत यादव ने भी खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाया।
युवा खिलाडिय़ों के लिए आइपीएल प्लेटफार्म : कौशिक
कोच कौशिक पाल ने बताया कि जब से आइपीएल हो रहा है, तब से युवा खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक प्लेटफार्म मिला है। युवा खिलाडिय़ों के उनके परिजन भी आइपीएल को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं।
संगम नगरी के तीन क्रिकेटर खेल चुके हैं आइपीएल
अभी तक संगम नगरी के तीन क्रिकेटर ही आइपीएल खेल सके हैं। उसमें मोहम्मद कैफ, अली मुर्तजा, एकलव्य द्विवेदी का नाम शामिल है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के क्रिकेट कोच देवेश मिश्रा बताते हैं कि संगम नगरी के शलभ श्रीवास्तव आइसीएल में खेले थे, लेकिन उन्हें आइपीएल में खेलने का मौका नहीं मिला। अली मुर्तजा आइसीएल खेलने के बाद आइपीएल भी खेला। अब संगम नगरी के तीन खिलाडिय़ों (ध्रुव प्रताप सिंह, यश दयाल और प्रथम मिश्रा) से उम्मीद है।