श्रमिक स्पेशल की मांग कम होने पर स्पेशल पर जोर Prayagraj News
एक जून से संगम नगरी से प्रयागराज एक्सप्रेस स्पेशल चलेगी तो इसके लिए रेक तैयार कर लिया गया है। प्रयागराज एक्सप्रेस में एक रेक में 10 स्लीपर और दो जनरल के कोच लगेंगे।
प्रयगाराज,जेएनएन। रेलवे एक जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है तो इससे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग कम हो गई है। अब रेलवे का पूरा जोर स्पेशल ट्रेनों पर है। श्रमिक स्पेशल चलाने के लिए तमाम गाडिय़ों से स्लीपर और जनरल कोच निकाले गए थे। अब खाली कोच डिवीजन में लौट रहे हैं। रेक की साफ-सफाई करके उनका मेंटीनेंस किया जा रहा है।
एक जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने पर रेलवे ने 22 मार्च से सभी सवारी गाडिय़ों को निरस्त कर दिया था। राज्यों की मांग पर वहां पर फंसे कामगारों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया। कामगारों की संख्या अधिक होने पर रेलवे ने 250 श्रमिक स्पेशल टे्रनों का संचालन किया। इसके लिए सभी डिवीजन से स्लीपर और जनरल कोच लिए गए। तब जाकर 22-22 कोच की श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। प्रयागराज मंडल से भी कोच लिए गए। एक जून से संगम नगरी से प्रयागराज एक्सप्रेस स्पेशल चलेगी तो इसके लिए रेक तैयार कर लिया गया है। प्रयागराज एक्सप्रेस में एक रेक में 10 स्लीपर और दो जनरल के कोच लगेंगे। इनकी साफ-सफाई करके सभी कोच की फिटनेस हो चुकी है। प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि महाराष्ट्र और गुजरात से अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग कम हो गई है। इसलिए जो रेक कामगारों को लेकर आए थे, वह कोच लौट रहे हैं। एक जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलने जा रही हैं। उनके सभी के कोच रविवार को साफ-सफाई और फिटनेस हो जाएगी।
स्टेशनों पर दुरुस्त किए जा रहे पानी के नल
लॉकडाउन के कारण 22 मार्च से स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनें तो चलाईं, लेकिन उसके लिए प्लेटफार्म निश्चित कर दिए। दो महीने में कई प्लेटफार्म पर पानी के नल खराब हो गए। अब एक जून से स्पेशल ट्रेनें चलने जा रही हैं। स्टेशनों पर फिर चहल-पहल बढ़ेगी। इसलिए रेलवे प्लेटफार्म पर सभी पानी के नल दुरुस्त करा रहा है। प्रयागराज जंक्शन पर भी इसका काम तेजी से हो रहा है।