इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाएं 24 घटे रहेंगी उपलब्ध
दीपावली और उसके दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं 24 घटे संचालित होंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से संबंधित अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि त्योहार में मरीजों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए लापरवाही न की जाए। जिला मुख्यालय के भी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं 24 घटे उपलब्ध रहेंगी। एंबुलेंस आदि पूर्व की भाति संचालित होंगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : दीपावली और उसके दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं 24 घटे संचालित होंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से संबंधित अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि त्योहार में मरीजों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए लापरवाही न की जाए। जिला मुख्यालय के भी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं 24 घटे उपलब्ध रहेंगी। एंबुलेंस आदि पूर्व की भाति संचालित होंगी।
दीपावली के दिन पटाखा जलाते समय अक्सर लोग जल जाते हैं। ऐसे लोगों की सहूलियत के लिए सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड में कर दिया गया है। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के ट्रामा सेंटर में एक्सीडेंटल मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। इसके अलावा यहा इमरजेंसी मेडिसिन, काíडयोलॉजी व फेफड़ा रोग विभाग में इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। इस तरह मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल (काल्विन) में भी इमरजेंसी ओपीडी चलती रहेंगी। यहा डॉक्टरों को अलग-अलग शिफ्ट में लगाया गया है। कोविड अस्पताल होने के कारण बेली अस्पताल में इमरजेंसी सेवा नहीं चलेंगी। गर्भवती पटाखों से रहें दूर
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋचा कक्कड़ ने बताया कि गर्भवती पटाखों से दूर रहें। गर्भ में पल रहे शिशु को भी पटाखों के धुएं से नुकसान हो सकता है।
आख में न जा सके धुआं
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार अखौरी बताते हैं पटाखे जलाते समय आखों पर चश्मे लगा लें ताकि निकलने वाली चिंगारी या धुआं आखों में न जाए।
मास्क लगाकर जलाएं पटाखे
फेफड़ा रोग विशेषज्ञ डॉ. तारिक महमूद मास्क लगाकर पटाखे जलाएं। पटाखों से निकलता धुआ नाक-मुंह के रास्ते फेफड़े में जाता है। यह खतरनाक है। सभी अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में मरीजों का बेहतर इलाज किया जाए। दीपावली के दिन शनिवार और दूसरे दिन रविवार को इमरजेंसी सेवाएं संचालित होती रहेंगी।
डॉ. जीएस वाजपेयी, मुख्य चिकित्साधिकारी।