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Electricity Department : हर दिन मौत का सामना करते हैं कर्मचारी, संविदा कर्मियों को खंभे पर चढ़ाते हैं लाइनमैन

जनपद में 12 डिवीजन हैं। इसमें सात शहर तीन गंगापार और दो यमुनापार में हैं। इन डिवीजन में 120 उपकेंद्र हैं। जहां करीब 1000 संविदा लाइनमैन तैनात हैं। ये संविदा कर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के खंभों पर चढ़कर काम करने को विवश हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 07:10 AM (IST)
Electricity Department : हर दिन मौत का सामना करते हैं कर्मचारी, संविदा कर्मियों को खंभे पर चढ़ाते हैं लाइनमैन
संविदा कर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के खंभों पर चढ़कर काम करने को विवश हैं

प्रयागराज, जेएनएन। संविदा और आउटसोर्सिंग के कर्मचारी बिना सुरक्षा उपकरणों (सुरक्षा किट) के बिजली के खंभों पर चढ़कर काम करते कहीं भी नजर आ जाते हैं। कई कर्मचारियों के साथ दुखद घटनाएं भी हो चुकी हैं। कर्मचारी उपकरण मुहैया कराने की मांग लगातार करते रहे हैं, लेकिन हमेशा उनको आश्वासन ही दिया जाता है। आवाज उठाने पर नौकरी जाने के भय से वह खामोश होकर प्रतिदिन 'मौत का सामना करते हैं।

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हर फाल्ट ठीक करने की जिम्मेदारी संविदा कर्मियों के कंधों पर

जनपद में 12 डिवीजन हैं। इसमें सात शहर, तीन गंगापार और दो यमुनापार में हैं। इन डिवीजन में 120 उपकेंद्र हैं। जहां करीब 1000 संविदा लाइनमैन तैनात हैं। ये संविदा कर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के खंभों पर चढ़कर काम करने को विवश हैं। सुरक्षा उपकरणों के अभाव में अक्सर संविदा कर्मी किसी-न-किसी हादसे के शिकार होते रहते हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो जिले में स्थायी लाइनमैैन कर्मचारियों की संख्या अब गिनी चुनी ही बची है। नियमानुसार बिजली के पोल पर केवल लाइनमैन ही चढ़ सकता है, लेकिन विभाग और कंपनी के ठेकेदार द्वारा संविदा कर्मचारियों को खंभे पर चढ़ाकर कार्य कराया जाता है। कोई बड़ा या छोटा फाल्ट आने पर इन्हीं कर्मचारियों से मरम्मतीकरण कराया जाता है। ऐसे में बिना किसी सुरक्षा उपायों के कार्य करने पर आए दिन इनके साथ घटनाएं होती रहती है। नियमानुुसार इन कर्मचारियों को रबर के दस्ताने, प्लास, पेचकस, टेस्टर, झूला, डिचास्र्ज के साथ सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, जूता अनिवार्य होता है। 30 से 40 फीट ऊंचाई पर काम करने वाले कर्मचारी बिना सेफ्टी बेल्ट के काम करते हैं। करीब दो वर्ष पहले रामबाग में एक संविदा कर्मी पोल पर काम करते समय अचानक खंभे से गिरकर घायल हो गया था। उस समय रामबाग एसडीओ ने उसके इलाज के लिए पूरा खर्च दिया था। लगभग आठ माह पूर्व अल्लापुर में एक संविदा कर्मी की लाइन बनाते समय करंट की जद में आने से जान चली गई थी। इसी प्रकार ग्रामीण इलाकों में कई घटनाएं हो चुकी हैं।

लाइनमैनों को मिलना चाहिए ये सामान

वर्दी, दस्ताने, जूता, सेफ्टी बेल्ट, सीढ़ी, हेलमेट, लाइन टेस्टर्र, अर्थचेन सही हालत में काम करते समय लाइनमैन को विभाग द्वारा दिए जाते हैं। जिससे लाइन पर काम करते समय वह बिजली के करंट से सुरक्षित रहें। लेकिन इसमें से गिने-चुने सामान ही लाइनमैनों के पास होते हैं।

मुख्य अभियंता का है कहना

संविदा कर्मचारियों को एजेंसी द्वारा सुरक्षा उपकरण मुहैया कराया गया है। इसे ही पहनकर उनको काम कराना चाहिए। कर्मचारी सुरक्षा उपकरण पहने हैं या नहीं, इसकी जिम्मेदारी एसडीओ और जेई को दी गई है। अगर अधिकारी इसमें लापरवाही करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

-विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता

खास-खास

-1000 के करीब संविदा लाइनमैन हैं जिले में

-12 डिवीजन हैं जनपद में

-120 सब स्टेशन हैं जिले में


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