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Electricity Employees Against Privatization : बिजली कर्मचारियों का प्रयागराज में कार्य बहिष्कार शुरू, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

Electricity Employees Against Privatization बिजली कर्मचारियों का रविवार की आधी रात से कार्य बहिष्कार शुरू है। इसमें अधिकारी और कर्मचारी दोनों शामिल हैं। ऐसे में प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती लोगों को बिना किसी व्यवधान के बिजली आपूर्ति करना है। इसके लिए प्रयागराज में तैयारी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 11:52 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 11:52 AM (IST)
Electricity Employees Against Privatization : बिजली कर्मचारियों का प्रयागराज में कार्य बहिष्कार शुरू, प्रशासन ने संभाला मोर्चा
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्‍कार शुरू है।

प्रयागराज, जेएनएन। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ रविवार रात 12 बजे के बाद से बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार प्रयागराज में भी शुरू हो गया है। ऐसे में बिजली घरों में सन्नाटा पसर गया है। जिले में बिजली आपूर्ति में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। विभिन्न सरकारी कार्यालय में बिजली विभाग की टीम को लगाया गया है। साथ ही उपकेंद्रों पर संविदा पर तैनात कर्मियों की भी मदद ली जाएगी। डिप्लोमा करने वाले युवकों और प्रवासी कामगारों की भी सूची तैयार कर उन्हें बुलाया गया है।

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अधिकारी व कर्मचारियों ने उपकेंद्र छोड़ दिया है

बिजली कर्मचारियों का देर रात 12 बजे के बाद से कार्य बहिष्कार शुरू हो गया है। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी ने उपकेंद्र छोड़ दिया है। ऐसे में प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती लोगों को बिना किसी व्यवधान के बिजली आपूर्ति करना है। इसके लिए रविवार की रात तक जिले के प्रशासनिक अधिकारी मंथन करते रहे। नगर निगम, लोक निर्माण विभाग समेत अन्य विभागों में तैनात बिजली कर्मचारियों की सूची मांगी गई। इसके बाद इन सभी को उपकेंद्रों पर तैनात किए जाने का आदेश दिया गया।

प्रवासी कामगारों की भी ली जा रही मदद

इनके अलावा उपकेंद्रों पर पहले से संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी तैनात करने को कहा गया है। श्रम विभाग से प्रवासी कामगारों खासकर जो इलेक्ट्रानिक से जुड़े हैं, उनकी सूची मांगकर उनको भी तैनात किया जा रहा है। इलेक्ट्रिकल से डिप्लोमा करने वालों की भी मदद ली जा रही है। पूर्व सैनिकों को भी उपकेंद्रों पर तैनात करने की बात हो रही है।

सुबह से ही शुरू हो गया प्रदर्शन
बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन सोमवार सुबह दस बजे से मुख्य अभियंता वितरण कार्यालय में शुरू हो गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों ने पहले ही बैठक कर इसकी रूपरेखा तय की थी। कहा गया कि अगर किसी की गिरफ्तारी हुई तो सामूहिक रूप से गिरफ्तारी दी जाएगी।

गड़बड़ी कैसे होगी दूर, परेशान हैं लोग
कार्य बहिष्कार के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर इसे कैसे दूर किया जाएगा, इसे लेकर लोग परेशान हैं। उपकेंद्रों पर तैनात बिजली कर्मी सभी लाइन जानते थे, इसलिए उन्हें गड़बड़ी दूर करने में देर नहीं लगती थी। इसके अलावा अगर ट्रांसफार्मर जलेगा तो कैसे इसकी व्यवस्था होगी।  

प्रतापगढ़ में भी हड़ताल पर हैं बिजली कर्मचारी

सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव का बिजली अफसर व कर्मी जमकर विरोध कर रहे हैं। लखनऊ में विद्युत कर्मचारी संयुक्त समिति की वार्ता सरकार से असफल हो जाने पर सोमवार को अफसर व कर्मी कार्य नहीं कर रहे हैं। इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका है। इस पर प्रशासन सतर्क है। उपकेंद्रों पर प्रशासन के अफसर बैठाए जा रहे हैं, ताकि व्यवस्था सुचारु रहे। किसी हंगामे की आशंका को लेकर पुलिस भी सतर्क है। उधर सोमवार को प्रशासनिक अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा। एसडीएम पट्टी डीपी सिंह व तहसीलदार विनोद गुप्ता क्षेत्र के विभिन्न विद्युत उपकेंद्र से सप्लाई चालू रखने का निर्देश मोबाइल पर दे रहे हैं। राजस्व कर्मियों की ड्यूटी विद्युत उपकेंद्र को पर लगाई गई है।


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