बिजली कनेक्शन लेना है तो पढ़िए यह न्यूज, एक किलोवाट के घरेलू कनेक्शन पर सिक्योरिटी फीस नहींं
अब एक किलोवाट के घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन करने पर तीन सौ रुपये की सिक्योरिटी फीस नहीं जमा करनी होगी। कनेक्शन होने के बाद इनके बिजली के बिल में ही इसे किश्तों में जमा करना पड़ेगा। प्रत्येक बिजली के बिल में 50 रुपये की किश्त तय होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। एक किलोवाट का घरेलू कनेक्शन लेने वाले लोगों को बिजली विभाग ने बड़ी राहत दी है। इनको कनेक्शन लेने के लिए सिक्युरिटी फीस नहीं जमा करनी होगी। यही नहीं दो सप्ताह के भीतर लाइन खींचने के साथ ही मीटर भी लग जाएगा। आवेदन में अगर त्रुटि होगी तो इसे निरस्त नहीं किया जाएगा, बल्कि संशोधन के लिए सप्ताह भर का मौका मिलेगा।
बिजली विभाग ने कनेक्शन देने की प्रक्रिया को आसान कर दिया
नगर और ग्रामीण इलाकों में गरीबी रेखा के लोगों को एक किलोवाट का कनेक्शन दिया जाता है।लेकिन सिक्युरिटी फीस लगने की वजह से बहुत से लोग कनेक्शन नहीं लेते हैं। चोरी-छिपे कटियामारी करते हैं। ऐसे मामले पकड़े भी जाते हैं। पिछले पांच माह में करीब सात हजार ऐसे मामले पकड़े गए हैं। ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारियों ने इनको कनेक्शन देने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। अब आवेदन करने पर इनको तीन सौ रुपये की सिक्योरिटी फीस नहीं जमा करनी होगी। कनेक्शन होने के बाद इनके बिजली के बिल में ही इसे किश्तों में जमा करना पड़ेगा। प्रत्येक बिजली के बिल में 50 रुपये की किश्त तय होगी। छह माह में तीन सौ रुपये जमा हो जाएंगे। अधिकारियों ने उपखंडों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक से चार किलोवाट कनेक्शन के लिए अगर कोई आवेदन करता है तो मकान के कागज, आधारकार्ड, फोटो और 872 रुपये का शुल्क ही लगेगा। इसमें एक किलाेवाट का जो कनेक्शन लेगा, उससे सिक्युरिटी फीस नहीं जमा कराई जाएगी।
लाइन कटने वालों को भी मिलेगा लाभ
बिजली चोरी पकड़े जाने और बकाए पर लाइन कटने वालों को भी सहूलियत दी गई है। हालांकि, यह राहत एक किलोवाट वाले उपभोक्ताओं को ही मिलेगी। बिना बकाया जमा किए ही इनकी लाइन जोड़ दी जाएगी। लेकिन इसके पहले इनसे बकाया जल्द जमा करने को लेकर हलफनामा लिया जाएगा।
मुख्य अभियंता का है कहना
एक किलोवाट का कनेक्शन लेने वालों से सिक्युरिटी फीस नहीं ली जाएगी। दो सप्ताह के भीतर लाइन खींचने के साथ ही मीटर लगा दिया जाएगा। बिजली चोरी और बकाए पर जिनकी लाइन काटी गई है, वह भी इसका लाभ उठा सकते हैं।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता।