डीएफसी ट्रैक पर दौड़ा इलेक्ट्रिक इंजन, ट्रायल के दौरान कोई बड़ी कमी नहीं मिली
आज डाउन लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ओएचई का ट्रायल हो गया है। इस दौरान कोई गंभीर कमी नहीं मिली है। सबकुछ लगभग ठीक रहा।अब अगले हफ्ते अप लाइन का ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद सिग्नल का ट्रायल किया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। न्यू कानपुर से सुजातपुर तक शुक्रवार को डीएफसी ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाकर ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) की जांच की गई। जांच में 130 किलोमीटर की डाउन लाइन में लगभग सबकुछ ठीक रहा। मामूली कमियां दिखी तो उसे तत्काल दुरुस्त किया गया। अब अगले हफ्ते अप लाइन (सुजातपुर से न्यू कानपुर) का ट्रायल किया जाएगा।वह ट्रायल सफल होने के बाद सिग्नल का ट्रायल किया जाएगा।
खुर्जा से कानपुर के भाऊपुर तक चलने लगी है मालगाड़ी
पंजाब के लुधियाना से पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक यह ट्रैक 1839 किलोमीटर में ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारीडोर (डीएफसी) बनाया जा रहा है। डीएफसी ट्रैक पर खुर्जा से कानपुर के निकट भाऊपुर तक 343 किलोमीटर पर मालगाड़ी का संचालन पिछले साल शुरू हो चुका है। पिछले दिनों न्यू कानपुर (सरसौल स्टेशन) से कौशांबी सुजातपुर स्टेशन तक डीएफसी का ट्रैक बन गया है। इस ट्रैक पर मालगाड़ी सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। ट्रैक का ट्रायल हो चुकी है। शुक्रवार को डाउन लाइन (न्यू कानपुर से सुजातपुर) पर ओएचई का ट्रायल किया गया। इसके लिए सुबह दस बजे न्यू कानपुर से इलेक्ट्रिक इंजन चला। वह ओएचई काे चेक करता हुआ दोपहर करीब दो बजे सुजातपुर पहुंचा। इस रूट पर 130 किलोमीटर में कहीं धीमी तो कहीं तेज गति से इंजन चलाकर ओएचई की जांच की गई। इस दौरान ओएचई में बिजली की सप्लाई देखी गई। साथ ही जहां पर तार ढीला था, उसे ठीक किया गया।
सीजीएम का है कहना
आज डाउन लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ओएचई का ट्रायल हो गया है। इस दौरान कोई गंभीर कमी नहीं मिली है। सबकुछ लगभग ठीक रहा।अब अगले हफ्ते अप लाइन का ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद सिग्नल का ट्रायल किया जाएगा। सिग्नल का ट्रायल पूरा होने के बाद नए साल में मालगाड़ी का संचालन शुरू किया जाएगा।
- ओम प्रकाश, सीजीएम, डीएफसी