प्रयागराज, जेएनएन। करेली के डी ब्लॉक मोहल्ले में सोमवार दोपहर हसीमुन निशां (70) के चेहरे और सिर पर धारदार औजार से हमलाकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया है हालांकि अभी तक हत्यारे पकड़ से दूर हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घर के एक हिस्से में दो कमरा लेकर अकेले रहती थीं हसीमुन निशां
करेली के डी ब्लॉक निवासी हाजी सिराज अहमद आर्मी ऑडिनेंस कोर से रिटायर थे। चार साल पहले उनकी मौत हो गई। उनकी पत्नी हसीमुन निशां घर के एक हिस्से में दो कमरा लेकर अकेले रहती थीं। जबकि अन्य हिस्से में दोनों बेटे शकील और शमशाद का परिवार और दो किराएदार रहते हैं। शकील करेली थाने में होमगार्ड है। जबकि शमशाद सिपाही है और उसकी तैनाती नोएडा में है। सबसे बड़ा बेटा सईद अहमद कुछ दूर पर अलग रहता है। उसकी पान की दुकान है।
कैसे वारदात को दिया गया अंजाम
घरवालों के मुताबिक सोमवार दोपहर में हसीमुन निशां 12 बजे डॉक्टर के यहां से दवा लेकर आई और अपने कमरे में चली गई। दोपहर में लगभग पौने तीन बजे सलोरी से उनकी बेटी शकीला, बेटी की शादी का कार्ड देने आई तो अंदर कमरे में तख्त के नीचे मां की खून से लथपथ लाश देखकर चीख पड़ीं। महिला के सिर, चेहरे और हाथ पर कई बड़े जख्म थे। इससे आशंका है कि मृतका ने हमलावर से संघर्ष भी किया था। कमरे में खून से सनी कैंची भी मिली है।
अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने दूसरे नंबर के बेटे शकील की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर करेली विनीत सिंह ने बताया कि घरवाले कुछ गहने गायब होने की बात कर रहे हैं। हालांकि लूट के लिए हत्या की गई होती तो सोने की चेन और नकदी कमरे में न मिलती। बेटों ने किसी से दुश्मनी से भी इन्कार किया है। फिलहाल जांच के बाद वजह वजह साफ होगी।
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