मेरी बदहाली के जिम्मेदार हैं ये..., एक रुपये में यात्रियों की प्यास बुझती थी, प्रयागराज जंक्शन पर लगे वाटर एटीएम का हाल
वाटर एटीएम से यात्रियों को एक रुपये में 300 एमएल तीन रुपये में 500 एमएल और पांच रुपये में एक लीटर आठ रुपये में दो लीटर व 20 रुपये में पांच लीटर स्वच्छ व ठंडा पेयजल मिलता था। हालांकि प्रयागराज जंक्शन पर लगे वाटर एटीएम अब काम नहीं कर रहे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ...आपको तो याद ही होगा 2016 में मुझे नई नवेली दुल्हन की तरह प्रयागराज जंक्शन पर लाया गया था। हर यात्री की मैं पहली पसंद बन गई थी। सिर्फ एक रुपये में यात्रियों की प्यास बुझा देती थी। यात्री अपनी जरूरत भर का पानी थोड़े से पैसे में पाकर मुझे खूब धन्यवाद भी देते थे। मैं भी साफ सुथरी और टिप टाप बनकर यात्रियों की खूब सेवा करती थी, बदले में रेलवे की कमाई, यात्रियों की सुविधा दोनों का काम हो जाता था। ट्रेन रुकते ही मेरा दामन यात्रियों की भीड़ से गुलजार हो जाता था, पर अब मैं धूल फांक रही हूं। मेरी ओर देखने वाला कोई नहीं है। अब मैं सिर्फ एक खाली डिब्बा बनकर प्लेटफार्म की जगह घेरे हुए हूं...। यह दास्तां है प्रयागराज जंक्शन पर लगे वाटर एटीएम का।
2016 में प्रयागराज जंक्शन पर वाटर एटीएम लगे थे : प्रयागराज जंक्शन पर तत्कालीन सांसद केशव प्रसाद मौर्य व श्यामा चरण गुप्ता ने पांच सितंबर 2016 में वाटर एटीएम का उद्घाटन किया और उनके नाम की चमचमाती शिलापट्ट आज भी उस दिन की याद दिलाती है। वाटर एटीएम से यात्रियों को एक रुपये में 300 एमएल, तीन रुपये में 500 एमएल और पांच रुपये में एक लीटर पानी मिलता था। इसके अलावा आठ रुपये में दो लीटर व 20 रुपये में पांच लीटर पानी मिलता था। इससे यात्रियों को स्वच्छ व ठंड पेयजल आसानी से कम पैसे में मिलता था। वाटर एटीएम बंद होने से यात्रियों को 15 रुपये की बोतल खरीदना मजबूरी है।
आइआरसीटीसी की थी व्यवस्था : आइआरसीटीसी ने प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर कुल आठ वाटर एटीएम लगाए थे। इनका संचालन निजी कंपनी को सौंपा गया था। मार्च 2020 में कोरोना लाकडाउन के साथ वाटर एटीएम बंद किए गए तो उसके बाद इन्हीं नहीं खोला जा सका। इस समय कंपनी का कांट्रैक्ट खत्म हो चुका और उसका लंबा बकाया भी है। इन्हें चलाने के लिए दोबारा से कोई टेंडर भी नहीं निकाला गया है। सूत्रों के अनुसार रेलवे द्वारा वाटर एटीएम को प्लेटफार्म से हटाने की तैयारी चल रही है।
बोले-आइआरसीटीसी के प्रवक्ता : आइआरसीटीसी के प्रवक्ता आनंद कुमार कहते हैं कि जिस कंपनी को वाटर एटीएम चलाने का कांट्रैक्ट मिला था, वह खत्म हो गया है। कंपनी का लंबा बकाया भी है। कोरोना के बाद अब स्थिति सामान्य हो गई हैं, जल्द इस पर स्पष्ट फैसला लिया जाएगा।