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नैक टीम के सामने हर विभाग का होगा 10 मिनट का पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन

26 मार्च को नैक टीम इलाहाबाद विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने आएगी। इसे लेकर इविवि में बेचैनी बढ़ गई है। सभी विभाग को उपलब्धि बताने के लिए दस मिनट का समय ही मिलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 01:16 PM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 01:16 PM (IST)
नैक टीम के सामने हर विभाग का होगा 10 मिनट का पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन
नैक टीम के सामने हर विभाग का होगा 10 मिनट का पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद 26 मार्च को पहली बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की टीम आ रही है। इसे लेकर परिसर में बेचैनी बढ़ गई है। सभी विभाग टीम के सामने बेहतर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। सभी विभागों को अपनी उपलब्धि बताने के लिए 10 मिनट का समय दिया जाएगा। यही वजह है कि शनिवार के साथ ही रविवार को भी विश्वविद्यालय खुला है।

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नैक की रैंकिंग के आधार पर ही सरकार से मिलेगी अनुदान राशि

यूजीसी की स्वायत्त संस्था नैक उच्च शिक्षा में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का मूल्यांकन करती है। नैक की ओर से दी गई रैंकिंग के आधार पर ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों और कालेजों को सरकार से अनुदान राशि मिलती है। नैक की टीम प्रत्येक पांच वर्ष पर किसी विश्वविद्यालय का दौरा करती है।

अवकाश में भी खुला है इविवि

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रोफेसर चितरंजन कुमार ने बताया कि अमूमन शनिवार और रविवार को विश्वविद्यालय बंद रहता है, लेकिन तैयारियों की वजह से ही इस बार अवकाश के दिनों में भी विश्वविद्यालय खोला गया है। विश्वविद्यालय नैक की तैयारी में पिछले छह माह से लगा हुआ है। हर विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। हम नैक टीम के दौरे को लेकर उत्साहित हैं। टीम के आगमन को लेकर इविवि के कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने होली से पहले विभागों का निरीक्षण भी किया।

टीम जानेगी कितने छात्रों को मिली नौकरी

इविवि के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. चितरंजन कुमार ने बताया कि टीम के आगमन को लेकर सभी विभागों में तैयारियां तेज हैं। उन्होंने बताया कि टीम के सामने सभी विभागों को 10 मिनट के पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन में यह भी बताना होगा कि अब तक उनके विभाग से कितने छात्रों को नौकरी मिली है। कितने छात्र जेआरएफ कर चुके हैं। विभागों को यह भी बताना होगा कि पिछले पांच सालों में उनकी क्या उपलब्धि रही और अगले पांच साल के लिए उनकी क्या कार्य योजना है।


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