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Dr. Bansal Murder Case: 50 हजार रुपये के इनामी शूटर अबरार को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

अभियुक्त ने बताया कि जीवन ज्योति अस्पताल के निदेशक डा. एके बंसल ने आलोक सिन्हा को 55 लाख रुपये अपने बेटे का एडमिशन कराने के लिए दिया था। मगर आलोक ने एडमिशन न कराकर उनका पैसा हड़प लिया। तब डा. बंसल ने मुकदमा दर्ज कराकर आलोक को जेल भिजवा दिया।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 07:47 AM (IST)
Dr. Bansal Murder Case: 50 हजार रुपये के इनामी शूटर अबरार को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
प्रतापगढ़ का रहने वाला है अबरार खान, नैनी जेल से दी गई थी हत्या की सुपारी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शहर के बहुचर्चित डा. एके बंसल हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी शूटर मोहम्मद अबरार मुल्ला उर्फ अबरार खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) लखनऊ की टीम ने शूटर को मंगलवार शाम राम बाग रेलवे क्रासिंग के पास से पकड़ा। उसके कब्जे से दो हजार रुपये और दो चादर समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। अभियुक्त प्रतापगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित आजाद नगर का रहने वाला है। इसी मामले में प्रतापगढ़ का ही मकसूद उर्फ जैद अभी फरार है। उसकी भी तलाश चल रही है।

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प्रयागराज में पढ़ाई और खेल के दौरान बनी थी बदमाश कंपनी

एसटीएफ लखनऊ के इंस्पेक्टर हेमंत भूषण सिंह ने बताया कि आरोपित शूटर अबरार ने प्रयागराज में केपी इंटर कालेज से पढ़ाई की है। पढ़ाई और क्रिकेट मैच खेलने के दौरान उसकी दोस्ती शोएब, यासिर और मकसूद से हुई। इसके बाद उनका एक ग्रुप बन गया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि जीवन ज्योति अस्पताल के निदेशक डा. एके बंसल ने आलोक सिन्हा को 55 लाख रुपये अपने बेटे का एडमिशन कराने के लिए दिया था। मगर आलोक ने एडमिशन न कराकर उनका पैसा हड़प लिया। तब डा. बंसल ने मुकदमा दर्ज कराकर आलोक को जेल भिजवा दिया।

मस्जिद और मदरसों में छिपता फिर रहा था

नैनी जेल में आलोक की चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा और अख्तर कटरा समेत अन्य अपराधियों से मुलाकात हुई। इसके बाद कत्ल की योजना बनी और फिर अख्तर कटरा ने 70 लाख में सुपारी लेकर मकसूद, यासिर व शोएब का काम सौंप दिया। 12 जनवरी 2017 की शाम जब डाक्टर बंसल अपने अस्पताल में मरीजों को देख रहे थे, तभी उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद वह जमात की आड़ में अलग-अलग मस्जिद और मदरसों में छिप रहा था। एक अधिवक्ता से मिलने के लिए प्रयागराज आया, तभी एसटीएफ ने दबोच लिया। हालांकि इससे पहले एसटीएफ हत्याकांड के मास्टरमाइंड आलोक सिन्हा व लखनऊ से एक शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि अन्य आरोपित पहले से अलग-अलग जेल में बंद हैं। फिलहाल अबरार को कीडगंज थाने में दाखिल कर दिया गया है और बुधवार को उसे नैनी जेल भेजा जाएगा।


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