डॉक्टर की सलाह, CoronaVirus Infection के लक्षण हैं तो घबराएं नहीं, टेस्ट कराएं और और शुरू कर दें इलाज
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ईएनटी स्पेशलिस्ट व असिस्टेंट प्रोफेसर डा. रामसिया सिंह कहते हैं कि कोविड-19 के वैरिएंट का लक्षण फ्लू जैसा है। जैसे गले में खरास चुभन मुंह का सूखना बार-बार प्यास लगना सूखी खांसी हल्का या कभी तेज बुखार आना नींद न आना घबराहट होना आदि।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना की वजह से हो रही मौतों और लोगों की बिगड़ती हालत ने हर किसी को बेचैन कर रखा। सच तो यह है कि बहुत से लोग तो लक्षण से ही इस कदर घबरा जा रहे हैं कि उनकी दशा खऱाब हो जाती है। ऐसे में दवाएं भी कारगर नहीं हो पाता हैं। इस डर से बचना जरूरी है। भी मानिए डॉक्टर की यह सलाह।
फ्लू जैसे हैं लक्षण, फौरन कराएं जांच
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ईएनटी स्पेशलिस्ट व असिस्टेंट प्रोफेसर डा. रामसिया सिंह का कहना है कि कोविड-19 का जो वैरिएंट आया है उसका लक्षण फ्लू जैसा है। जैसे, गले में खरास, चुभन, मुंह का सूखना, बार-बार प्यास लगना, सूखी खांसी, हल्का या कभी तेज बुखार आना, नींद न आना, घबराहट होना आदि। प्राय: बुखार तीन दिन में ठीक हो जाने का आशय यह नहीं है कि कोविड सही हो गया है। दो से पांच लोगों में फेफड़ों में संक्रमण पहुंच जाता है जिससे शरीर में आक्सीजन का लेवल घटने लगता है। शुरूआती दौर में शरीर वायरस को रोकने का प्रयास करती है लेकिन जो लोग पहले से ही पुरानी बीमारी से ग्रसित होते हैं वह इस वायरस का मुकाबला नहीं कर पाते हैं और उनकी हालत गंभीर बन जाती है। इसे रोकने के लिए हमें गर्म पानी की भाप, गरारा, करते रहना चाहिए। करवट एवं पेट के बल लेटने का प्रयास करना चाहिए।
घबराना नहीं टेस्ट और इलाज है जरूरी
कोविड-19 के लक्षण दिखते हैं तो इसकी जांच कराने से डरें नहीं बल्कि तुरंत जांच कराएं ताकि स्थिति गंभीर होने से बचाया जा सके। मास्क का सही प्रयोग करें और सैनिटाइजर से हैंडवाश करते रहें। कोरोना पाजिटिव भी हो जाते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, हिम्मत से काम लें तो निश्चित ही इस महामारी पर विजय पा सकते हैं।