Coronavirus का डर मन-मस्तिष्क पर हावी न होने दें वरना स्थिति मनोरोगी बना देगी, मानें डॉक्टर की सलाह
चिकित्सक यही सलाह देते हैं कि कोरोना वायरस को दिलो-दिमाग पर मत छाने दें। यानी हर समय इसी के बारे में मत सोचें वरना स्थिति मनोरोगी जैसी हो सकती है।
प्रतापगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस का खौफ पूरे देश में जारी है। ऐसे में प्रतापगढ़ कैसे बच सकता है। यहां भी कोराेना वायरस की महामारी से लोग परेशान हैं। नित्य नए केस भी मिल रहे हैं। ऐसे में हर ओर एक अलग तरह का खौफ भी लोगों में है। हालांकि इस महामारी के संक्रमण काल में लोगाें को सावधानी भी बरतने की बहुत आवश्यकता है। संक्रमण से बचने के साथ ही दिल और दिमाग के भी ताजगी देने की जरूरत है।
शहर से लेकर गांवों तक महामारी का संक्रमण
कोरोना वायरस का संक्रमण शहर से लेकर गांवों तक फैल गया है। हर उम्र और हर पेशे के लोग इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक यही सलाह देते हैं कि रोग का डर मन पर न हावी होने दें। यह मनोरोगी बना सकता है। हर वक्त इसी पर दिमाग को फोकस रखना किसी को भी मनोरोगी बना सकता है। इसलिए संवेदनशील तो रहें बीमारी के प्रति लेकिन दिमाग पर हॉवी नहीं होने दें।
मनोचिकित्सक डाॅ. ने दी सलाह
प्रतापगढ़ के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डाॅ. अजय कुमार मिश्र की सलाह है कि इस समय हर कोई अपने मन को भी स्वस्थ रखे। किस्से-कहानी, चुटकुले और धार्मिक, ऐतिहासिक किताबें पढ़ें। व्यायाम व टहलने की आदत डालें। बच्चों को भी हर समय यह न बताते रहें कि कोरोना से ये हो गया, वह हो गया। बल्कि उनको सैनिटाइजेशन, गरम पानी, काढ़ा का महत्व बताते हुए सेवन को प्रेरित करें। वैसे लोग अपने को बचाने के तरह-तरह के जतन भी कर रहे हैं।
आयुर्वेदिक पद्धति की शरण में हैं लोग
ज्यादातर लोग आयुर्वेदिक पद्धति की शरण में हैं, ताकि उनको संक्रमण छू ही न सके। वह बच्चों को भी काढ़ा पिला रहे हैं। गरम पानी का सेवन करा रहे हैं। स्थिति यह है कि बाजार में च्यवनप्राश, विटामिन सी और डी की गोलियों की खूब मांग है। अपने शरीर को स्वस्थ रखने का लोगों को प्रयत्न जरूर करना चाहिए।