प्रयागराज में प्रदूषण रोकने के लिए जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बरत रहा सख्ती
इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से पुराने डीजल और पेट्रोल की दस साल पुराने वाहनों को चिह्नित किया गया। यातायात पुलिस के सहयोग से दस साल पुराने वाहनों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। दीपावली पर्व के बाद प्रयागराज शहर में प्रदूषण भी बढ़़ गया है। इसके लिए जिलाधिकारी समेत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी सख्ती बरत रहे हैं। दीपावली को लेकर विभाग ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। हालांकि दीपावली बाद बारिश होने से विभाग को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। क्योंकि एक ओर किसानों को खेतों में पराली जलाने से रोकना भी है तो दूसरी ओर प्रदूषण को नियंत्रि भी करना है। जागरूकता के साथ सख्ती भी की जा रही है।
जनपद में प्रदूषण स्तर बढ़ गया था। दीपावली पर प्रदूषण स्तर और बढऩे की उम्मीद विभाग लगा रहा था। कारण, दीपावली पर शहर भर में बड़ी संख्या में पटाखा जलाना था। शहरवासियों ने पटाखे भी फोड़े। इसके चलते शहर का प्रदूषण स्तर भी बढ़ा। हालांकि दीपावली के दो दिन बाद ही पूरे शहर में बारिश हुई। इससे शहर का प्रदूषण स्तर गिरा। वहीं नगर निगम ने भी पूरे शहर में पानी का छिड़काव किया।
इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से पुराने डीजल और पेट्रोल की दस साल पुराने वाहनों को चिह्नित किया गया। यातायात पुलिस के सहयोग से दस साल पुराने वाहनों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। इन वाहनों पर कार्रवाई होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर का प्रदूषण स्तर काफी कम हो जाएगा। उधर, जिलाधिकारी भी प्रदूषण को कम करने के लिए अलग-अलग विभागों को दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि जिला कृषि रक्षा अधिकारी भी ग्रामीण क्षेत्रों में पराली न जलाने को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। किसानों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं। साथ ही गोष्ठी के द्वारा उन्हें पराली को खेत में ही नष्ट करने की विधि बता रहे हैं।