गंगा-यमुना की बाढ़ से प्रयागराज में आफत, अपने ही शहर में शरणार्थी बन गए हैं हजारों लोग
हजारों मकानों में पानी भर गया है। गंगा और यमुना से तीन तरफ से घिरे इस शहर में किनारे सभी मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित है। सोमवार तक 613 परिवार के 2816 लोगों ने शिविरों में शरण ली थी। आज संख्या बढ़ सकती है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गंगा और यमुना नदियां उफनाई हुई हैं। लगातार बढ़ते जलस्तर से खौफ भी लोगों में उत्पन्न हो रहा है। गंगा-यमुना में बाढ़ के कारण लोग बेघर हो गए हैं। अपने ही शहर में 2816 लोग शरणार्थी बन गए हैं। इन लोगों ने बाढ़ राहत शिविरों में शरण ली है। इनके अलावा कुछ लोग अभी भी अपने घर की छतों पर आसरा बनाए हुए हैं। शहरी क्षेत्र में बाढ़ के ज्यादा लोग प्रभावित है। बाढ़ राहत शिविरों में प्रशासन के अलावा समाजसेवी भी भोजन पहुंचाने लगे हैं। बाढ़ का पानी अभी बढ़ रहा है।
राजस्थान व मध्य प्रदेश का प्रयागराज में प्रभाव
राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई बारिश के बाद यमुना में उफान आया है। इससे प्रयागराज में हजारों लोग बेघर हो गए हैं। सप्ताह भर से अधिक समय से लगातार गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। यमुना में खासकर चंबल, केन, बेतवा आदि नदियों का पानी आ रहा है। सोमवार से इन नदियों में जलस्तर घटने लगा है। रात आठ बजे आगरा में चंबल नदी का जलस्तर 128.70 मीटर हो गया था। वहां पर जलस्तर कम होने लगा है। ऐसे ही बांदा के भूरागढ़ में केन नदी का जलस्तर 102.78 मीटर हो गया है। बांदा में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर है लेकिन जलस्तर में बढ़ोतरी थम गई है।
अगले दो-तीन दिनों बाद में पानी घटने के आसार
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों फिलहाल बढ़ रहा है। हालांकि उक्त जिलों में जलस्तर घढऩे से अगले दो-तीन दिन में यहां भी बाढ़ का पानी घटने लगेगा। हालांकि अभी स्थिति गंभीर है। हजारों मकानों में पानी भर गया है। गंगा और यमुना से तीन तरफ से घिरे इस शहर में किनारे सभी मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित है। सोमवार तक 613 परिवार के 2816 लोगों ने शिविरों में शरण ली थी। आज संख्या बढ़ सकती है।
बाढ़ पीडि़तों का जाना हाल
कमिश्नर संजय गोयल, आइजी केपी सिंह, डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने सोमवार को दारागंज से एनडीआरएफ टीम के साथ नाव से छोटा बघाड़ा, सलोरी एवं दारागंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। वह कैंट हाईस्कूल और अन्य बाढ़ राहत केंद्रों में पहुंचे। वहां लोगों को भोजन पानी की व्यवस्था करवाई। बाढ़ राहत केंद्रों में खाने, पीने के पानी, प्रकाश, साफ-सफाई, दवाई तथा डस्टबिन का इंतजाम करवाया गया। इस अवसर पर एडीएम एफआर एमपी सिंह, एसडीएम सदर विवेक चतुर्वेदी आदि थे।