डीजीपी ने अफसरों से कहा, लाग लपेट नहीं बताएं कुंभ की डेडलाइन
कुंभ मेला के तहत किए जा रहे विभागीय कार्य को देखने के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने अफसरों से कहा कि कुंभ के कार्यों को पूरा करने की डेटलाइन बताइए।
प्रयागराज : कुंभ कार्यों में देरी पर हाईकोर्ट के रुख को देखकर अब तमाम विभागों के मुखिया ने भी सख्त रवैया अपना लिया है। शनिवार को विभागीय काम देखने आए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने अफसरों की बैठक में दो टूक कहा कि लाग लपेट न करें, काम पूरा होने की डेडलाइन बताएं। टै्रफिक प्लान को अब तक अंतिम रूप क्यों नहीं दिया गया? यातायात व्यवस्था सबसे अहम है, इसे जल्द फाइनल कर रिहर्सल करें।
यूं तो डीजीपी ने पत्रकारों के सामने सब कुछ आल ओके होने की बात कही, लेकिन अफसरों संग समीक्षा बैठक में उनका अंदाज बदल गया। कहा कि फला काम कुंभ के पहले पूरा हो जाएगा कहने से नहीं चलेगा। अपने काम की तारीख बताएं और उस दिन तक व्यवस्था एकदम दुरुस्त होनी चाहिए। मेले में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग को लेकर नाराजगी जताई। दूसरी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा भी पुलिसकर्मियों को सामान की तलाशी, घाट और वॉच टावरों की निगरानी की ट्रेनिंग दी जानी है। अब तक प्रशिक्षण नहीं दिए जाने पर खफा डीजीपी ने कहा कि कब उन्हें सिखाया जाएगा? पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैर जिलों से बहुत सारे पुलिसकर्मी आमद नहीं करा रहे हैं। इस पर भी वह नाराज हो गए। डीआइजी कुंभ केपी सिंह से कहा कि सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से सीधे बात कर पुलिसकर्मियों के यहां पहुंचने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
डीजीपी ने एडीजी एसएन साबत, आइजी मोहित अग्रवाल से कहा कि मैं पंद्रह दिन बाद फिर दौरा करूंगा। जो काम बचे हैं वह हर हाल में पूरा कराएं। उनके साथ एडीजी लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार, एडीजी सिक्योरिटी विजय कुमार, एडीजी रेलवे संजय सिंघल, एडीजी पीएसी, एडीजी यूपी 100, आइजी यातायात दीपक रतन, आइजी एसटीएफ अमिताभ यश, एसएसपी नितिन तिवारी आदि मौजूद रहे।
सभी जिलों के डीएम-एसपी को बुलाकर बैठक करें :
डीजीपी ओपी सिंह सबसे ज्यादा ट्रैफिक प्लान को लेकर परेशान दिखे। कहा कि शहर और मेला क्षेत्र की यातायात व्यवस्था के अलावा हाईवे पर दूसरे जिलों की पुलिस से समन्वय कर बड़ी प्लानिंग होनी है। यहां के अफसरों से कहा कि आसपास के सभी जिलों के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर यहीं बुलाएं। उनके साथ बैठक कर तय करें कि स्नान पर्व और उसके पहले रूट डायवर्जन कैसे होगा? उनकी भूमिका क्या होगी? सभी को बताया जाए कि यातायात व्यवस्था को लेकर उन्हें अपने जिलों के हाईवे पर क्या सतर्कता बरतनी है। उन्होंने डीआइजी केपी सिंह और एसएसपी नितिन तिवारी से कहा कि शहर और मेला क्षेत्र के ट्रैफिक प्लान पर समन्वय को एक कमेटी बनाएं।