Dengue in Prayagraj: पूरे जिले में फैला डेंगू, 13 लोग बीमार, शहरी इलाकों में अधिक मिल रहे मरीज
Dengue in Prayagraj ग्रामीण क्षेत्र में सोरांव मेजा कोटवा एट बनी और मांडा में एक-एक तथा शहरी क्षेत्र में सिविल लाइंस चौफटका पुराना कटरा राजापुर प्रीतमनगर बमरौली तथा गोविंदपुर के एमआइजी कालोनी सिंचाई कालोनी तथा टैक्सी स्टैंड के पास एक-एक मरीज डेंगू से प्रभावित मिला।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। डेंगू बुखार से बचाव के तमाम प्रयासों के बावजूद लोगों का पीछा इससे नहीं छूट रहा है। पिछले 24 घंटे में अलग-अलग स्थानों पर 13 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहर में ज्यादा लोग डेंगू के मिल रहे हैं। शहर में अब तक 170 और ग्रामीण क्षेत्र में 61 लोग पीडि़त मिले हैं। गोविंदपुर में अलग-अलग स्थानों पर तीन लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। मलेरिया विभाग ने एंटी लार्वा का छिड़काव कराया। घरों में पायरेथ्रम घोल का स्प्रे भी किया गया।
ग्रामीण व शहरी इलाकों में नए डेंगू मरीज
ग्रामीण क्षेत्र में सोरांव, मेजा, कोटवा एट बनी और मांडा में एक-एक तथा शहरी क्षेत्र में सिविल लाइंस, चौफटका, पुराना कटरा, राजापुर, प्रीतमनगर, बमरौली तथा गोविंदपुर के एमआइजी कालोनी, सिंचाई कालोनी तथा टैक्सी स्टैंड के पास एक-एक मरीज डेंगू से प्रभावित मिला।
अब तक 231 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं
मलेरिया विभाग के अनुसार डेंगू से जिले में अब तक 231 लोग बीमार हो चुके हैं। अस्पताल में 10 लोगों का इलाज हो रहा है। मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज परिसर, सुलेमसरांय स्थित एमवी इंटर कालेज क्षेत्र, बीबीएस कालेज शिवकुटी क्षेत्र, चांदपुर सलोरी, छोटा बघाड़ा और नैनी के काटन मिल क्षेत्र में एंटी लार्वा का छिड़काव हुआ। अलग-अलग स्थानों पर 383 ऐसे पात्र खाली कराए गए जिनसे डेंगू फैल सकता था।
विश्व फार्मेसी दिवस पर रक्तदान
शिक्षण संस्थानों में विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया गया। इस मौके पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। साथ ही फार्मेसी के महत्व को भी बताया गया। यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के तत्वावधान में फार्मेसी दिवस मनाया गया। इस मौके पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के बायोसाइंसेज एंड बायोटेक्नोलाजी विभाग की डीन डाक्टर शुभिनी सराफ ने वर्चुअल वार्ता में फार्मेसी पेशेवरों द्वारा कोविड -19 महामारी के दौरान की गई सेवा पर चर्चा करते हुए कहा कि फार्मेसी पेशेवरों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। यूआईपी के प्राचार्य डॉ आलोक मुखर्जी ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस अवसर पर यूआइपी छात्रों के लिए एक भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। कार्यक्रम के विजेताओं को प्रमाण पत्र और ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।