प्रयागराज में 'कनिहार सिटी लेक फारेस्ट' विकसित करने को सीएम से गुहार, पीडीए पर लगाया अनदेखी का आरोप
Kanihar lake city forest महत्वपूर्ण स्थल के उपेक्षित होने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता व प्रयाग वेलफेयर एंड कल्चरल सोसायटी के सचिव अजय पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्र व प्रदेश के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
प्रयागराज,जेएनएन। धार्मिक व ऐतिहासिक स्थल 'कनिहार सिटी लेक फारेस्ट' झूंसी को विकसित करने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया है। कुंभ से पहले जिस स्थल को विकसित करना था, अभी तक उसका काम ही शुरू नहीं हुआ। महत्वपूर्ण स्थल के उपेक्षित होने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता व प्रयाग वेलफेयर एंड कल्चरल सोसायटी के सचिव अजय पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्र व प्रदेश के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन व प्रयागराज विकास प्राधिकरण पर उक्त स्थल की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। कहा कि जल्द उचित कार्रवाई न हुई तो हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी।
कुंभ मेला 2019 से पहले विकसित करने का बना था प्रस्ताव
प्रयागराज में 2019 में लगे कुंभ मेला से पहले 'कनिहार सिटी लेक फारेस्ट' को विकसित करने का प्रस्ताव बनाया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की 118वीं बोर्ड की बैठक में कनिहार व अंदावा स्थित तालाब भूमि 65.68 हेक्टेयर क्षेत्रफल भूमि पर सिटी लेक फारेस्ट के रूप में विकसित करने का निर्णय हुआ। इसके लिए 9234.70 लाख रुपये की सैद्धांतिक स्वीकृति मिली।
ये होने थे काम
परियोजना के अंतर्गत पाथ वे, गेट, हाई मास्क, वाटर बाडी का निर्माण, रिटेनिंग वाल, शौचालय ब्लाक, ब्रिज, रेन वाटर हार्वेटिंग, सोलर लाइट, बाउंड्री वाल, लैंड स्केप एवं हार्टीकल्चर, चिल्ड्रेन प्ले एरिया, पंप रूम व केयर टेकर रूम आदि बनाना था। अधिवक्ता अजय का कहना है कि प्रस्ताव के अनुरूप अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ। जबकि इसका विकास होने पर शहर में पर्यटन का नया केंद्र बन जाएगा। लेकिन, अधिकारी उस दिशा में काम नहीं कर रहे हैं।