69 की उम्र में बेटे संग कोरोना को दी मात, प्रयागराज के महावीरपुरी में रहने वाले पूर्व डिप्टी एसपी राजमणि की जीवटता
महावीरपुरी में रहने वाले 69 वर्षीय सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी राजमणि मिश्रा ने मजबूत इच्छाशक्ति और हौसले के बूते अपने बड़े बेटे सत्य प्रकाश मिश्रा के साथ कोरोना वायरस को मात दी। रिटायर्ड डिप्टी एसपी ने एक अप्रैल को कोविड का दूसरा टीका लगवाया और चार को वह संक्रमित हो गए
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस को हराना है तो दृढ़ इच्छाशक्ति और हौसले को बनाए रखना बेहद जरूरी है। इसमें धैर्य बिल्कुल नहीं खोना चाहिए, फिर किसी भी उम्र के लोग इस महामारी को आसानी से हरा सकते हैं। पिछले सवा साल में कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों ने कोरोना को मात दी है। इनमें हजारों बुजुर्ग हैं जिन्होंने जीवटता से कोरोना पर जीत दर्ज की।
दवाएं ली और करते रहे योग और व्यायाम
प्रयागराज शहर में शिवकुटी इलाके के महावीरपुरी मोहल्ले में रहने वाले 69 वर्षीय सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी राजमणि मिश्रा ने मजबूत इच्छाशक्ति और हौसले के बूते अपने बड़े बेटे सत्य प्रकाश मिश्रा के साथ कोरोना वायरस को मात दी। रिटायर्ड डिप्टी एसपी ने एक अप्रैल को कोविड का दूसरा टीका लगवाया और चार को वह संक्रमित हो गए। उन्हीं के साथ जांच में उनके बड़े बेटे की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। इसके बाद पिता-पुत्र होम क्वारंटाइन हो गए। राजमणि मिश्रा बताते हैं कि डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी लेकिन, उन्होंने घर में ही आइसोलेट होकर इलाज करने को प्राथमिकता दीं। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं के अलावा बेंगलुरु से भी दवाएं मंगवाई। पिता-पुत्र नियमित रूप से दवाएं खाने के साथ ही काढ़ा और भाप लेते रहे। योग और व्यायाम करते रहे। 20 अप्रैल तक होम क्वारंटाइन रहे। 29 को जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। वह कहते हैं कि डॉक्टर द्वारा दी गई दवा खाने के साथ नियम, संयम से रहते हुए मजबूत इच्छाशक्ति और हौंसला बनाए रहने की बहुत जरूरत है। यह सब करने से कोरोना को हराना आसान हो जाता है।