डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ट्रैक के किनारे होगी पौधों की हरियाली Prayagraj News
ट्रेनों की लेटलतीफी में सुधार होगा। डीएफसी का रेलवे ट्रैक भारतीय रेलवे के ट्रैक के पास और दूर से जा रहा है। कानपुर से डीडीयू तक हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन। मालगाडिय़ों के परिचालन के लिए अलग से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) बनाया जा रहा है। लुधियाना से हावड़ा तक बनने वाले ईस्टर्न डीएफसी के रेलवे ट्रैक के किनारे हरियाली पर भी जोर दिया जा रहा है। सवा साल में कानपुर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) के बीच डीएफसी का रेलवे ट्रैक शुरू होने की संभावना है। इसके किनारे पौधों लगाने पर डीएफसी का जोर है।
1856 किलोमीटर लंबा बन रहा है रेल ट्रैक
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआइएल) पंजाब के लुधियाना से लेकर पश्चिम बंगाल के हावड़ा के दानकुनी तक 1856 किलोमीटर लंबा रेल ट्रैक बनवा रहा है। डीएफसी का ट्रैक तैयार होने पर दिल्ली-हावड़ा रूट पर चलने वाली सभी मालगाडिय़ां उस टै्रक पर शिफ्ट हो जाएंगी। सवारी गाडिय़ां भारतीय रेलवे के ट्रैक पर चलेंगी। इससे ट्रेनों की लेटलतीफी में सुधार होगा। डीएफसी का रेलवे ट्रैक भारतीय रेलवे के ट्रैक के पास और दूर से जा रहा है। कानपुर से डीडीयू तक हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मनौरी के पास लगाए जा चुके हैं तीन हजार से अधिक पौधे
प्रयागराज में मनौरी के पास तीन हजार से अधिक पौधे लगाए भी जा चुके हैं। कानपुर से डीडीयू के बीच अभी छह स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां पर पौधे लगाने की योजना है। जैसे-जैसे रेलवे लाइन बिछाने का काम पूरा हो रहा है, वैसे-वैसे वहां पर पौधे लगाए जा रहे हैं। डीएफसीसीआइएल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वेद प्रकाश का कहना है कि रेलवे ट्रैक के किनारे हरियाली लगाने का उद्देश्य यह है कि कई जगह रेलवे लाइन बिछाने के लिए पेड़ भी काटे गए हैं। इसलिए उसे ज्यादा पौधे लगवाए जाएंगे, ताकि हरियाली कम न हो।