ससुर खदेरी को मूल स्वरूप में लाने के बाद ही मकानों पर निर्णय Prayagraj News
महापौर ने बताया कि यहां मकान बने चुके लोगों को सरलीकरण योजना के तहत सर्किल रेट से कम कीमत पर जमीन उनके पक्ष में करने का प्रस्ताव दिया जाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन । करैलाबाग, करेली और सदियापुर में ससुर खदेरी नदी के आसपास के इलाके में बने मकानों से अभी किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने साफ किया है कि पहले नाला हो चुकी ससुर खदेरी नदी को उसके मूल स्वरूप में लाया जाए, नदी की सफाई हो, उसके बाद यहां नगर निगम की तकरीबन 350 बीघा जमीन पर बने 2000 से अधिक मकानों पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
नगर निगम भेज रहा नोटिस
नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में जलकल विभाग के बजट पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने ससुर खदेरी नदी के आसपास बने मकानों का मामला भी उठाया। महापौर ने बताया कि यहां मकान बने चुके लोगों को सरलीकरण योजना के तहत सर्किल रेट से कम कीमत पर जमीन उनके पक्ष में करने का प्रस्ताव दिया जाएगा। नगर निगम यहां रहने वालों को नोटिस भेज रहा है, जिसमें उनसे पूछा जा रहा है कि उन्होंंने जमीन किससे खरीदी है।
बैठक में हुए निर्णय
-ट्यूबवेल के लिए 50 लाख रुपये का प्रावधान किया गया
-जलकल विभाग में सुरक्षा कर्मी डूडा से लिए जाएं
- सभी ट्यूबवेल में नॉन कामर्शियल मीटर लगाए जाएं
-300 वर्गमीटर से अधिक में बने मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए नोटिस भेजा जाए
-ट्यूबवेल ऑपरेटर, सीवर सफाई, पाइप लाइन की मरम्मत आदि के लिए डूडा से कर्मी लिए जाएं
- कर्मचारियों को वर्दी वितरण व उपकरण का वितरण महापौर, नगर आयुक्त की मौजदूगी में हो