प्रयागराज में कोरांव के नाले में मिला युवक का शव, हत्या की जताई आशंका
कोरांव थाना क्षेत्र के महादेव जवाइन में लपरी नदी के समीप एक नाला है। इसी नाले की ओर से जा रहे ग्रामीणों की नजर पड़ी। नाले में करीब पास 45 वर्षीय युवक का शव पड़ा था। युवक की शिनाख्त हो गई है। परिवार वालों ने हत्या का आरोप लगाया है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज के कोरांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार की दोपहर नाले में एक युवक का शव मिला। ग्रामीणों ने नाले में शव पड़ा देखा तो तत्काल पुलिस को सूचित किया। वहां पहुंची पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। युवक की पहचान हो गई है, वह स्थानीय निवासी था। युवक के हत्या की आशंका जताई जा रही है। परिवार के लोगों ने फिलहाल अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी है।
परिवार के लोगों ने हत्या का लगाया आरोप
कोरांव थाना क्षेत्र के महादेव जवाइन में लपरी नदी के समीप एक नाला है। इसी नाले की ओर से जा रहे ग्रामीणों की नजर पड़ी। नाले में करीब पास 45 वर्षीय युवक का शव पड़ा था। कुछ ही देर में वहां लोगों की भीड़ जुट गई। इसी बीच सूचना पाकर वहां कोरांव थाने की पुलिस भी पहुंची। ग्रामीणों के सहयोग से शव नाले से बाहर निकलवाया। युवक की पहचान पुलिस ने ग्रामीणों से कराई। कुछ लोगों ने उसे पहचान लिया। वह राजधर पुत्र बलदेव था जो कोसफरा कलां का रहने वाला था। शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने राजधर के परिवार के लोगों को जानकारी दी। बिलखते हुए पहुंचे। राजधर के पुत्र बुद्धदेव ने पुलिस को तहरीर देकर पिता की हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल हत्यारों की पुलिस तलाश कर रही है।
डिप्रेशन में था आत्महत्या करने वाला जालौन का वृद्ध
उधर प्रतापगढ़ जनपद के नवाबगंज थाना परिसर में आठ माह पूर्व चोरी के खाद्यान्न के मामले में सीज की गई ट्रक में बुधवार की रात एक वृद्ध ने फांसी लगा ली थी। ट्रक के डाले में लगे छड़े के सहारे गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगाई थी। वृद्ध के पास मिले पता के आधार पर पुलिस ने स्वजनों को सूचना दी थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे। जालौन जनपद के कोतवाली कालकी संधि गांव निवासी मृत कैलाश गुप्ता 65 के बड़े भाई डॉक्टर मुरारी लाल गुप्ता ने बताया कि उसकी शादी नहीं हुई थी। उसने बैंक से किसान लोन ले रखा था। इसके चलते डिप्रेशन में था। पहले इलाज झांसी में चल रहा था। उसके बाद लखनऊ में इसका इलाज शुरू हो गया और यह कभी भाइयों के यहां तो कभी लखनऊ में रह रहे बहनोई विनोद और बहन आशा के यहां रहकर गुजारा कर रहा था। यह कैसे नवाबगंज पहुंच गया इस बात की जानकारी नही हो पा रही है।