पहले फेसबुक और अब वाट्स एप के जरिए ठगी कर रहे हैं साइबर क्रिमिनल, चुरा लेते हैं प्रोफाइल आइडी
जांच में पाया गया है कि शातिर फेसबुक टविटर इंस्टाग्राम जैसे दूसरे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म से आपकी तस्वीर को मोबाइल व कंप्यूटर में सेव करते हैं फिर फर्जी पहचान पत्र के आधार पर लिए गए मोबाइल नंबर से वाटसएप चलाते हैं और उसी में आपकी तस्वीर का इस्तेमाल करते हैं।
केस -1
- वाट्स एप पर बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज गुप्ता की तस्वीर यानी डीपी लगाकर उनके परिचितों और अधीनस्थ कर्मचारियों से पैसे की मांग की गई। शातिरों ने पैसा मंगवाने के लिए बाकायदा एकाउंट नंबर और आइएफएससी कोड भी भेजा।
केस-2
- अधिवक्ता नीतेश कुमार की डीपी लगाकर वाट््सएप से उनके करीबियों और दोस्तों को संदेश भेजा गया, जिसमें बीमारी का बहाना बताकर पैसे की मांग की गई। एकाउंट नंबर दिया गया और नीतेश का नया नंबर बताकर ठगी का प्रयास किया गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पहले फेसबुक, मैसेंजर के जरिए ठगी करने वाले साइबर अपराधी अब वाट्सएप को माध्यम बना रहे हैं। वह किसी मोबाइल नंबर पर आपकी अथवा आपके परिचित व्यक्ति की तस्वीर को डीपी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। ताकि आपको किसी तरह का भ्रम न रहे और यकीनी तौर पर मान लें कि जो आपसे से पैसा मांग रहा है, इस वक्त उसे जरूरत है।
यह जानकर आप हैरत में पड़ सकते हैं, लेकिन हकीकत है। पीडि़तों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही परेशान हैं कि ऐसा कैसे हो रहा है। साइबर थाने की पुलिस के पास भी ऐसी कई शिकायत पहुंची है। शुरुआती जांच में पाया गया है कि शातिर फेसबुक, टविटर, इंस्टाग्राम जैसे दूसरे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म से आपकी तस्वीर को अपने मोबाइल व कंप्यूटर में सेव करते हैं फिर फर्जी पहचान पत्र के आधार पर लिए गए मोबाइल नंबर से वाट््सएप चलाते हैं और उसी में आपकी तस्वीर का इस्तेमाल करते हैं। फिलहाल साइबर अपराधियों की इस नई तरकीब से लोग काफी परेशान हो रहे हैं।
ऐसे करें बचाव
- जिस व्यक्ति के नाम से पैसा मांगा जाए, उससे तत्काल बात करें।
- वाट्सएप पर भेजे गए संदेश और लिंक की सच्चाई पता कर लें।
- इंटरनेट मीडिया का एकाउंट लाक रखें, ताकि तस्वीर चोरी न हो।
- फेसबुक जैसे दूसरे प्लेटफार्म के एकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें।
इनका है कहना
साइबर अपराधी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के जरिए आपकी जानकारी चुराते हैं और फिर उसके जरिए अपराध करते हैं। वाट्सएप के जरिए ठगी का नया ट्रेंड शुरू हुआ है।
- राजीव तिवारी, इंस्पेक्टर साइबर थाना