Cyber Crime: मोबाइल एप और पेटीएम की जानकारी लेकर साइबर अपराधी कर रहे ठगी, रहें सावधान
Cyber Crime एसपी क्राइम सतीश चंद्र ने कहा कि कुछ लोग लालच में तो कुछ नादानी करके बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी बता देते हैं। इसका फायदा उठाकर साइबर अपराधी ठगी करते हैं। ऐसे में लोगाें काे सावधानी बरतनी चाहिए और शातिरों के झांसे में आने से बचना चाहिए।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। साइबर अपराधियों ने पिछले एक सप्ताह में धोखाधड़ी करते हुए नौ लोगों के खाते से करीब पौने तीन लाख रुपये उड़ा दिए। शातिरों ने अलग-अलग झांसा देकर उनसे ठगी की। भुक्तभोगियों की शिकायत पर साइबर सेल की टीम ने जांच शुरू की और फिर शातिरों से दो लाख 20 हजार रुपये वापस करवा दिए। चौंकाने वाली बात यह है कि साइबर सेल के अलावा साइबर थाने की टीम भी लोगों को जागरूक करने व अपराधियों को पकडऩे का काम कर रही है, लेकिन ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
प्रयागराज के ये लोग हुए ठगी के शिकार
पुलिस के मुताबिक, जार्जटाउन निवासी राजेश पांडेय से उनके एटीएम कार्ड की ओटीपी लेकर 60 हजार, राममूर्ति मिश्रा के खाते से 30 हजार, धूमनगंज के सुशील प्रजापति को फोन पे के माध्यम से 30 हजार, बारा के आकाश केसरवानी के मोबाइल में एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाकर 11 हजार रुपये की ठगी की गई। मऊआइमा निवासी इकरार अहमद के खाते से एनीडेस्क एप के जरिए 20 हजार, हंडिया के रविंद्र कुमार से ओटीपी पूछकर 23 हजार और ऐश्वर्य केसरवानी से 99 हजार रुपये की धोखाधड़ी पेटीएम के माध्यम से की गई।
साइबर सेल में भी भुक्तभोगियों ने शिकायत की
बैंक खाते से गाढ़ी कमाई की रकम गायब होने के बाद परेशान भुक्तभोगियों ने पुलिस थाने के अलावा साइबर सेल में भी शिकायत की। तब साइबर सेल की टीम ने शातिरों के ट्रांजेक्शन की गई रकम के बारे में बैंक व विभिन्न कंपनियों से जानकारी लेकर छानबीन करते हुए रकम वापस करवाई।
एसपी क्राइम ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की
एसपी क्राइम सतीश चंद्र ने कहा कि कुछ लोग लालच में तो कुछ नादानी करके बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी बता देते हैं। इसी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी ठगी करते हैं। ऐसे में लोगाें काे सावधानी बरतनी चाहिए और शातिरों के झांसे में आने से बचना चाहिए।