नहर टूटने से धान की कटी फसल बर्बाद
सिंचाई विभाग (नहर)के अधिकारियों की लापरवाही के कारण टोंस पंप नहर की शाखा जुगनी माइनर टूट जाने से किसानों की कई बीघा धान की कटी फसल जलमग्न हो जाने से खराब हो गई। पानी के बहाव के कारण जारी-करछना मार्ग जर्जर हो जाने से आवागमन भी प्रभावित हो रहा है।
कौंधियारा : सिंचाई विभाग (नहर)के अधिकारियों की लापरवाही के कारण टोंस पंप नहर की शाखा जुगनी माइनर टूट जाने से किसानों की कई बीघा धान की कटी फसल जलमग्न हो जाने से खराब हो गई। पानी के बहाव के कारण जारी-करछना मार्ग जर्जर हो जाने से आवागमन भी प्रभावित हो रहा है।
टोंस पंप नहर की मुख्य शाखा से निकालने वाली जुगनी माइनर रविवार तीन बजे कौंधियारा विकास खंड के ग्राम पंचायत सेहरा के मजरा देवरी के समीप टूट जाने से देवरी के जगन, पन्नालाल गुप्ता, भानु प्रजापति एवं खड़ियान के रामराज बिद, अवधेश बिद, राजेश्वर बिद, गेंदालाल, अभिमन्यु बिद आदि की लगभग 25 बीघा धान की पकी व कटी फसल खराब हो गई। वही नहर का पानी जारी-करछना मार्ग के ऊपर से बहने के कारण सड़क जर्जर होने के साथ-साथ आवागमन भी प्रभावित हुआ है। सूचना के बाद भी नहर विभाग के लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। देर शाम किसानों द्वारा अथक परिश्रम कर नहर बंद की गई। किसान पन्ना लाल गुप्ता ने बताया कि नहर की पटरी पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। समय पर नहर में पानी आता ही नहीं समय के बाद क्षमता से अधिक नहर चलाई जाती है। जिसके कारण नहर टूटने पर किसानों की मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है जिसकी शिकायत उप जिलाधिकारी करछना से की जाएगी। नहर में पानी छोड़ने को करेंगे पद यात्रा
मेजा : लगभग 40 वर्षों से बंद पड़ी बेलन नहर से संबंधित डिही-डिवाई नहर को चलाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) संगठन के कार्यकर्ता 27 अक्तूबर से जल पद यात्रा शुरू करेंगे। जल पद यात्रा की तैयारी को लेकर सोमवार को यूनियन के मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में डिही डिवाई नहर पर बैठक हुई।
मंडल अध्यक्ष ने बताया कि जल पद यात्रा 27 अक्तूबर से डीही डिवाई नहर के टेल डिही खुर्द से आरंभ होगी और इसका समापन दूसरे दिन 28 अक्तूबर को लालतारा डाक बंगले पर होगा। डाक बंगले पर हजारों की संख्या में किसान पहुंच कर किसान पंचायत करेंगे। डाक बंगले पर नहर विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे, जहां पर उनसे नहर, रोस्टर प्रणाली सहित कई मुद्दों पर वार्ता होगी।
बैठक में पचौहां के पूर्व प्रधान दयाशंकर बिंद, रमाकांत बिंद, पारस यादव, राय गोविंद यादव, रमाशंकर बिंद, प्रदीप बिंद, विद्याकांत बिंद, गोलू बिद सहित सैकड़ों किसान एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।