नए साफ्टवेयर अपडेट का बहाना झेल रहे ग्राहक, प्रयागराज में बैंकों के विलय के बाद नहीं अपडेट हो रही पासबुक
कोरोना के पहले सभी चीजें व्यवस्थित चल रही थीं। कोरोना के कारण स्टॉफ 50 फीसद कर दिया गया है। उसमें भी करीब 15-20 फीसद स्टॉफ संक्रमित अथवा बीमार होने के कारण बैंक नहीं आ रहे हैं। इंडियन बैंक के जोनल आफिस में ही आठ अफसर संक्रमित हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। जिन बैंकों का विलय हुआ है, उन बैंकों में उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। नए सॉफ्टवेयर के अपडेट होने का बहाना बनाकर पासबुक अपडेट नहीं किया जा रहा है। एफडी मेच्योर होने के बावजूद तमाम उपभोक्ताओं के रुपये नहीं मिल रहे हैं। इससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ उपभोक्ताओं को लोन के लिए दौड़ाने की भी शिकायतें हैं।
कोरोना महामारी से घट गया है बैंकों में स्टाफ
इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का पंजाब नेशनल बैंक, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक में हुआ है। इन बैंकों में सॉफ्टवेयर अपडेट होने के कारण उपभोक्ता तमाम दिक्कतें आने की भले शिकायतें हैं मगर, बैंक स्टॉफ का दावा है कि कोरोना के पहले सभी चीजें व्यवस्थित चल रही थीं। कोरोना के कारण स्टॉफ 50 फीसद कर दिया गया है। उसमें भी करीब 15-20 फीसद स्टॉफ संक्रमित अथवा बीमार होने के कारण बैंक नहीं आ रहे हैं। इंडियन बैंक के जोनल आफिस में ही आठ अफसर संक्रमित हैं।
अभी बेसिक बैंकिंग पर है सारा जोर
कोरोना के कारण पासबुक अपडेट न करने के लिए गाइडलाइन भी जारी हुई है। इस समय बेसिक बैंकिंग पर ही खास जोर है। इंडियन बैंक के जोनल मैनेजर शशिकर दयाल का कहना है कि एफडी मेच्योर होने पर पैसा न मिलने का इक्का-दुक्का मामला हो सकता है। लेकिन, सामान्य तौर पर ऐसा नहीं है। पासबुक अपडेट होने पर रोक लगी है। लोगों को लोन की ज्यादा जरूरत नहीं है मगर, जिन्हें आवश्यकता है, उन्हें मिल रहा है। इस समय नेट बैंङ्क्षकग पर सरकार का भी जोर है। बैंकों में भीड़ बढऩे पर संक्रमण का खतरा है। पीएनबी के सर्किल हेड राकेश चंद्र शुक्ल से संपर्क नहीं हुआ।