कोरोना वायरस का टीका लगवाने के लिए अस्पतालों में होड़, Prayagraj के 32 अस्पतालों में निर्धारित करने पड़े 95 सत्र
कोरोना टीकाकरण के लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में शुल्क को लेकर आए अंतर से गुरुवार को आपाधापी की स्थिति रही। जिले के 32 अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग को 95 सत्र निर्धारित करने पड़े क्योंकि भीड़ आने की संभावना अधिक थी।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण के लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में शुल्क को लेकर आए अंतर से गुरुवार को आपाधापी की स्थिति रही। जिले के 32 अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग को 95 सत्र निर्धारित करने पड़े क्योंकि भीड़ आने की संभावना अधिक थी। सुबह नौ से शाम छह बजे तक कुल 6820 लोगों को टीके लगे। इनमें 5159 को टीके की दूसरी तथा 1661 को पहली डोज लगी। सीएमओ ने बताया कि सभी स्थानों पर टीके लगने के बाद लाभार्थी स्वस्थ रहे।
सरकारी अस्पतालों में 5159 को दूसरी और 1661 को लगी पहली डोज
टीकाकरण अब रफ्तार पकड़ चुका है। यह स्थिति गुरुवार को जोरदार तरीके से देखी गई। सरकारी अस्पतालों में टीके लगवाने के लिए टीकाकरण से संबंधित चिकित्साधिकारियों के फोन सुबह से शाम तक घनघनाते रहे। स्वास्थ्य विभाग ने सभी 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा शहर में 12 अस्पतालों में केंद्र बनाए थे। तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय बेली अस्पताल में ही छह सत्र बनाने पड़े। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज में भी सत्रों की संख्या पहले से काफी अधिक रही। केंद्रों पर आए लोगों, खासकर बुजुर्गों में टीका पहले लगवाने की होड़ रही।
अस्पताल में आएं तो करें अपनी बारी का इंतजार
सीएमओ डा. प्रभाकर राय ने कहा कि 5159 लोगों को टीके की दूसरी डोज लगाई गई जबकि 1661 को पहली डोज लगी। टीका लगाने के बाद आधे घंटे तक लाभार्थी आब्जर्वेशन रूम में रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में आकर लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए। जो जिस क्रम से आएगा उसी अनुसार उसे टीके लगेंगे। बाद में आने और पहले टीक लगवाने की इच्छा से व्यवस्थाएं बिगड़ती हैं।