CPIM State Conference: फासीवाद, कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिंता जताई, संघर्ष की रूपरेखा तय
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी ) का 23वां राज्य सम्मलेन के दूसरे दिन प्रतिनिधियों ने किसान आंदोलन नागरिकता विरोधी आंदोलन (सीएए एनआरसी) साम्प्रदायिक उन्माद प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा मूल्यवृद्धि आदि पर खुल कर चर्चा की। इन सब मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किया गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी ) का 23वां राज्य सम्मलेन प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को प्रदेश सचिव प्रतिवेदन पर 49 ज़िलों से आए प्रतिनिधियों तथा प्रदेश प्रतिनिधियों समेत कुल 60 लोगों ने अपनी बातें रखीं। आज की कार्यवाही में संगठनात्मक मुद्दों पर बहस हुई। वहीं पिछले तीन वर्षों मे विभिन्न मोर्चे पर किए गए कार्य तथा आगामी समय में होने वाले संघर्षों की रूपरेखा तय की गई।
कई मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किया गया
प्रतिनिधियों ने मुख्य रूप से किसान आंदोलन, नागरिकता विरोधी आंदोलन (सीएए, एनआरसी), साम्प्रदायिक उन्माद, प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा, मूल्यवृद्धि आदि पर खुल कर चर्चा की। इन सब मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किया गया।
इन बातों पर सम्मेलन में हो रही है बहस
इसके पहले उत्तर प्रदेश सीपीएम के प्रदेश सचिव हीरालाल यादव ने शनिवार की देर रात तक करीब तीन घंटे में राज्य सचिव मंडल की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत की।.आज सुबह दस बजे से सचिव की रिपोर्ट पर बहस प्रारंभ हुई। यह बहस देर रात तक चलेगी। आज के सम्मलेन में प्रतिनिधियों ने प्रदेश में फासीवाद और कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिंता व्यक्त की। कहा कि आज धर्मपरिवर्तन और आतंकवाद के नाम पर मुस्लिम युवकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। इसी प्रकार कारपोरेटी लूट के द्वारा जल, जंगल, ज़मीन के नाम पर आदिवासियों और मेहनतकशों पर हमले पर चिंता जताई गई।
भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी मार्क्सवादी के ये नेता मौजूद
प्रतिनिधि सत्र में करीब 160 प्रतिनिधियों के अतिरिक्त प्रकाश करात, सुभाषिनी अली, जेएस मजूमदार के अतिरिक्त प्रदेश सचिव हीरालाल यादव, किसान सभा के सचिव मुकुट सिंह, डीपी सिंह, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सचिव बीएल भारती, सीटू के प्रदेश सचिव प्रेमनाथ राय, महिला मोर्चा की सचिव मधु गर्ग के अतिरिक्त जिले के सीपीएम के वरिष्ठतम सदस्य कृष्णकांत मिश्र, अंबिका मिश्र, हरिश्चंद्र द्विवेदी, सुखदेव उपस्थित रहे। चार अक्टूबर यानी सोमवार को सीपीआइएम के महासचिव सीताराम येचुरी प्रतिनिधि सत्र को संबोधित करेंगे।