Covid-19 Third Wave Alert: कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे की आशंका फिर भी बेफिक्री का आलम
Covid-19 Third Wave Alert प्रयागराज के बाजारों में ई-रिक्शा रोडवेज बस कार और यहां तक कि शापिंग माल में भी मास्क के बिना ही लोग पहुंच रहे हैं। यह लापरवाही बड़े बुजुर्गों में तो है लेकिन अभिभावक के साथ जाते बच्चे मास्क लगाए ही नजर आ रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। चिकित्सकों की आशंका को मानें तो कोरोना की तीसरी लहर कहीं आसपास ही भटक रही है। राष्ट्रीय स्तर पर महामारी विशेषज्ञों का आकलन है कि तीसरी लहर जल्द ही आएगी और इस बार बच्चों पर खतरा ज्यादा रहेगा। वहीं दूसरी ओर शहर के अधिकांश लोग इस आने वाले खतरे से बेफिक्र हैं। ऐसे लोग न मास्क पहन रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी के मानकों का ही पालन कर रहे हैं। बाजारों में अत्यधिक भीड़ तो यमुना नदी की बाढ़ का नजारा ऊपर से देखने के लिए नैनी पुल पिकनिक स्पाट सरीखा हो गया है।
प्रयागराज शहर में हर ओर दिख रही बेफिक्री
शहर के हालात चिंताजनक हैं। लगभग सभी बाजारों में, ई-रिक्शा, रोडवेज बस, कार और यहां तक कि शापिंग माल में भी मास्क के बिना ही लोग पहुंच रहे हैं। यह लापरवाही बड़े, बुजुर्गों में तो है लेकिन बच्चे अपने अभिभावक के साथ कहीं जा रहे हैं तो मास्क लगाए ही नजर आ रहे हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा ऐतराज जताने पर पुलिस भी कुछ ही दिन सक्रिय रही। अब न चौराहों पर और न बाजारों में चहलकदमी करने खाकी वर्दी धारी जवानों का कोई जोर है। कहीं-कहीं तो पुलिस कर्मी भी बिना मास्क के ही ड्यूटी करते देखे जा रहे हैं।
कहते हैं डाक्टर, अस्पतालों में हो कोविड जांच
अधिकांश डाक्टरों की यही राय है कि कोरोना की जांच कुछ निर्धारित केंद्रों की बजाए शहर के सरकारी अस्पतालों में भी होनी चाहिए। इससे ओपीडी में आने वाले मरीजों की कोविड जांच मौके पर कराई जा सकती है और संक्रमण का पता लगने पर त्वरित इलाज शुरू हो जाएगा तो लोगों को कोरोना के कहर से बचाया जा सकता है। चेस्ट रोग विशेषज्ञ डा. आशीष टंडन, एनस्थीसियोलाजिस्ट डा. राजेश मौर्या कहते हैं कि अस्पतालों में कोविड हेल्प डेस्क तो हैं ही, कोविड जांच भी होनी चाहिए। डाक्टरों को लगेगा कि मरीज या उसके तीमारदार में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो उसकी वहीं पर जांच कराई जा सकती है, इससे रोग का पता चल जाएगा और फौरन इलाज शुरू हो जाएगा तो कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है।
कहते हैं लोग, क्यों बुला रहे आफत
लोगों ने कोरोना का बेहद खतरनाक रूप दूसरी लहर के दौरान देखा है। पहले जैसी गलती दोहरा कर आफत न बुलाएं। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।
- दिनेश सिंह
महसूस करें वह खतरा
कोरोना से सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, अफरा तफरी किस तरह से मची थी, एक-एक सांस के लिए संक्रमितों को लडऩा पड़ा था इसे महसूस करें।
- भाष्कर शुक्ला
रखें बच्चों का ख्याल
कोरोना बच्चों पर खतरा बनकर आ रहा है। अपना नहीं तो कम से कम बच्चों का ख्याल करें। घर से बाहर निकलना ही है तो मास्क लगाकर ही जाएं।
- बाबुल त्रिपाठी
पुलिस करे सख्ती
पुलिस को अब सख्ती करनी चाहिए। सड़क पर और बाजार में कोई मास्क नहीं लगा रहा है। गलती कोई करे खामियाजा दूसरे भुगतें, यह नहीं चलेगा।
- ब्रह्म प्रकाश यादव
ध्यान रखें कोरोना आएगा
टीका लगवा चुके हैं तो वायरस से बेफिक्र न हो जाएं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका है इसे ध्यान में रखते हुए मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी रखें।
- निधि श्रीवास्तव
मास्क लगाकर ही निकलें
चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार आगाह कर रहे हैं कि मास्क लगाकर ही निकलें। सभी लोग मास्क लगाएं।
- ऋचा सिंह