राम मंदिर मामले की सुनवाई से बच रहा रहा सुप्रीम कोर्ट : चंपत राय
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय पत्रकारों से बातचीत में राम मंदिर पर मुखर दिखे। कहा कि मंदिर मामले की सुनवाई से कोर्ट बच रहा है।
जागरण संवाददाता, कुंभ नगर : विहिप की धर्मसंसद में राम मंदिर का मसला प्रमुखता से रहेगा कि नहीं, यह कहने से अभी संगठन के शीर्ष नेता बच रहे हैं। हालांकि अन्य कार्यक्रमों में इस पर काफी मुखर होकर बयान दे रहे हैं। शनिवार को सेक्टर 14 में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने पत्रकारों से साफ तौर पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट रामजन्म भूमि के मुकदमे की सुनवाई से बच रहा है। शायद इसके व्यापक रिकार्ड को देखकर कोर्ट पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कि यह परिस्थिति हमें लाचार कर रही है कि ङ्क्षहदू समाज गुलामी के काल में नष्ट किए गए सभी मंदिरों के मुक्ति की बात करे। ऐसे में भारत सरकार को अध्यादेश के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए।
बुलाया था अन्य कार्यक्रमों की जानकारी को, व्यक्त की राममंदिर पीड़ा
विहिप ने कुंभ में धर्म संसद समेत होने वाले अन्य कार्यक्रमों की जानकारी देने के लिए पत्रकारों को बुलाया था लेकिन उपाध्यक्ष चंपत राय ने रामजन्म भूमि मसले पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर दी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ, उसको सिलसिलेवार स्पष्ट किया। कहा कि कोर्ट ने जो भी सवाल उठाए वह सब पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। यह भी कहा कि रामजन्म भूमि शीघ्र ङ्क्षहदू समाज को मिलनी चाहिए। आंदोलन पर सवाल उठा तो बोले कि राम जन्म भूमि आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है। विहिप नेता ने कहा कि केंद्र सरकार अदालत के व्यवहार पर निर्भर न होकर आगे बढ़े।
कुंभ के धर्म संसद में जुटेंगे पांच हजार साधु
31 जनवरी एवं एक फरवरी को कुंभ मेले में धर्म संसद होगी। इसमें संघ प्रमुख समेत करीब 5000 साधु आएंगे। एक हजार संत शिविर में रहेंगे। धर्म संसद में चर्चा के बिंदुओं के बाबत हुए सवाल पर बताया कि ङ्क्षहदू जीवन मूल्यों को लेकर चर्चा होगी। कुंभ की महत्ता, संस्कृति की रक्षा,संस्कारों की रक्षा जैसे विषय पर संत चर्चा करेंगे।
संगम की रेती पर वनवासी कुंभ भी
विहिप के शिविर में 13, 14 एवं 15 फरवरी को वनवासी कुंभ लगेगा। देश के प्रत्येक प्रांत से वनवासी क्षेत्र के लोग यहां आएंगे। अरुणाचल प्रदेश मिजोरम, मेघालय, मणिपुर, सिक्किम, असम, अंडमान निकोबार दमन व दीव जैसी ट्राइबल जगहों से लोग आ रहे हैं। कुल 5000 वनवासी यहां आ रहे हैैं। इनमें 3000 वनवासी विहिप के शिविर में रुकेंगे बाकी 2000 बाहर ठहराए जाएंगे। बताया कि ऐसा कार्यक्रम पहली बार हो रहा है। उन्होंने कहा कि वनवासियों की सभी जातियां यहां आएंगी। वनवासी कल्याण आश्रम इस काम में लगा है। उस दौरान जो संत यहां रहेंगे उन्हें बुलाया जाएगा। इन्हें संगम में स्नान कराया जाएगा।
29 जनवरी को युवा सम्मेलन
उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को युवा संत सम्मेलन होगा। 18 एवं 19 जनवरी को संपूर्ण भारत में प्रत्येक जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा। प्रयागराज के चारों ओर 50 जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले विहिप कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय सम्मेलन 6 एवं 7 फरवरी को होगा। 29 जनवरी से 12 फरवरी तक वेद छात्रों का 15 दिवसीय शिविर लगेगा। देश के चुङ्क्षनदा 250 नवयुवकों का पांच दिवसीय शिविर भी लगेगा।